December 5, 2025

आज का राशिफल और पंचांग: राखी पूर्णिमा के शुभ संयोग में कई राशियों के लिए सौभाग्य के द्वार खुलेंगे

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9 अगस्त 2025 — शनिवार का दिन इस वर्ष विशेष महत्व लेकर आया है। आज श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि है, जिसे पूरे देश में राखी पूर्णिमा या रक्षा बंधन के रूप में हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। यह पर्व भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक है और इसके साथ ही धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टि से भी इसका गहरा महत्व है। इस अवसर पर नारळी पूर्णिमा, उपाकर्म तथा विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान भी संपन्न किए जाते हैं।

आज का विस्तृत पंचांग:-

बंगाली पंचांग के अनुसार आज 23 श्रावण 1432 बंगाब्द है। तिथि पूर्णिमा दोपहर 1:24 बजे तक रहेगी, इसके बाद प्रतिपदा तिथि प्रारंभ होगी। नक्षत्र श्रावण दोपहर 2:23 बजे तक रहेगा, इसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र का आरंभ होगा। चंद्रमा आज रात 2:11 बजे तक मकर राशि में भ्रमण करेगा, इसके बाद कुम्भ राशि में प्रवेश करेगा।

ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति के अनुसार आज सौभाग्य योग बन रहा है, जो दिन को अत्यंत शुभ और फलदायी बना रहा है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार यह योग दान, पुण्य और शुभ कार्यों के लिए विशेष रूप से अनुकूल है।

राशिफल — किन राशियों के लिए आज का दिन शुभ:

ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, आज का दिन वृष, कर्क, तुला, वृश्चिक और धनु राशि वालों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा। इन जातकों के लिए भाग्य का प्रतिशत 76% से 98% तक अनुकूल है।

वृष राशि: आर्थिक लाभ, नए अवसर और पारिवारिक सुख में वृद्धि होगी।

कर्क राशि: कार्यक्षेत्र में सफलता, पुराने कार्य पूरे होंगे और सम्मान बढ़ेगा।

तुला राशि: भाग्य का साथ मिलेगा, व्यापार में उन्नति होगी और वैवाहिक जीवन में मधुरता बढ़ेगी।

वृश्चिक राशि: नए संपर्क लाभ देंगे, मन प्रसन्न रहेगा और यात्रा के योग बनेंगे।

धनु राशि: शिक्षा, प्रतियोगी परीक्षा और निवेश के मामलों में शुभ समाचार मिलेगा।

अन्य राशियों के लिए दिन मिश्रित परिणाम वाला रहेगा। हालांकि, पुण्य कार्य, दान, जप-तप और जरूरतमंदों की मदद करने से भाग्य की स्थिति मजबूत हो सकती है।

धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व:

श्रावण पूर्णिमा के दिन भारत के विभिन्न राज्यों में अलग-अलग धार्मिक अनुष्ठान होते हैं। उत्तर भारत में भाई-बहन एक-दूसरे की कलाई पर राखी बांधकर प्रेम और सुरक्षा का वचन देते हैं। महाराष्ट्र और तटीय इलाकों में नारळी पूर्णिमा मनाई जाती है, जहां मछुआरे समुद्र की पूजा करते हैं और नारियल अर्पित करते हैं। दक्षिण भारत में उपाकर्म का पर्व होता है, जिसमें वेदपाठ करने वाले लोग यज्ञोपवीत बदलते हैं और ऋषियों की पूजा करते हैं।

शुभ मुहूर्त और उपाय:

ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि आज का सौभाग्य योग और पूर्णिमा तिथि का संयोग सभी प्रकार के शुभ कार्यों के लिए आदर्श है। विवाह, गृह प्रवेश, नया व्यवसाय शुरू करने या महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए यह समय अनुकूल है।

आज स्नान के बाद गंगा जल से भगवान विष्णु या शिव की पूजा करना, पीला वस्त्र धारण करना और जरूरतमंदों को अन्न या वस्त्र दान करना विशेष लाभकारी रहेगा।

निष्कर्ष:

राखी पूर्णिमा का यह पावन दिन न केवल रिश्तों की मिठास बढ़ाने का अवसर देता है, बल्कि आस्था और अध्यात्म के मार्ग पर भी आगे बढ़ने का संकेत है। सौभाग्य योग का प्रभाव कई राशियों के लिए नई संभावनाएं और सकारात्मक बदलाव लेकर आएगा। आज का दिन प्रेम, सद्भाव और शुभता से भरपूर है — इसे पूरी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाना चाहिए।

 

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