शिक्षक नियुक्ति घोटाले में फिर गिरफ्तारी: ED ने तृणमूल विधायक जीवनकृष्ण साहा को किया गिरफ्तार






शिक्षक भर्ती घोटाले (SSC Recruitment Scam) की जांच के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार सुबह मुर्शिदाबाद जिले के बरहमपुर से तृणमूल कांग्रेस के विधायक जीवनकृष्ण साहा को गिरफ्तार किया।




छापेमारी और गिरफ्तारी:

सुबह से ही ED की टीम ने जीवनकृष्ण साहा के आवास पर तलाशी अभियान चलाया। करीब पाँच घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया।
इस दौरान साहा ने जांच से बचने की कोशिश करते हुए अपना मोबाइल फोन घर के पिछवाड़े छिपा दिया, लेकिन ईडी ने तुरंत उसे बरामद कर लिया।
आरोप है कि घोटाले से जुड़ी अवैध राशि सीधे साहा और उनके परिवार के बैंक खातों में जमा की गई थी।
पहले भी हुई थी गिरफ्तारी:
अप्रैल 2023 में CBI ने भी साहा को शिक्षक नियुक्ति घोटाले में गिरफ्तार किया था। उस समय उन्होंने सबूत मिटाने के लिए अपने दो मोबाइल फोन तालाब में फेंक दिए थे, जिन्हें बाद में बरामद किया गया।
करीब 13 महीने जेल में रहने के बाद उन्हें सुप्रीम कोर्ट से मई 2024 में जमानत मिली थी। अब अगस्त 2025 में उन्हें दोबारा गिरफ्तार किया गया है।
जांच का विस्तार:
ईडी ने साहा के अलावा उनके ससुराल (रघुनाथगंज), एक बैंक कर्मचारी के घर (महिषग्राम) और तृणमूल की काउंसिलर माया साहा के घर (साँईथिया, बीरभूम) में भी छापेमारी की।
सूत्रों के अनुसार, भर्ती घोटाले में बिचौलिये प्रसन्न राय और उनके परिवार की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
आगे की कार्यवाही:
गिरफ्तारी के बाद साहा को कोलकाता लाकर बैंकशाल कोर्ट में पेश किए जाने की तैयारी है।
ईडी का कहना है कि आगे की पूछताछ में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।
