जीएसटी दरों में बड़ा बदलाव, जानिए किन चीजों पर पड़ेगा असर






मध्यवित्त वर्ग की जेब पर सीधा असर डालने वाले वस्तु एवं सेवा कर (GST) में संशोधन किया गया है। सरकार ने कई रोज़मर्रा की ज़रूरतों से जुड़े सामानों और सेवाओं पर टैक्स कम किया है, वहीं कुछ चीज़ों पर टैक्स दरें बढ़ाई भी गई हैं। आइए विस्तार से जानते हैं-




जीएसटी शून्य:-

अब दूध, दही, पनीर, रोटी, स्वास्थ्य बीमा, जीवन बीमा, 300 से अधिक जीवनरक्षक दवाएं, किताबें, पेंसिल, रबर और ग्लोब पर कोई जीएसटी नहीं लगेगा।
जीएसटी घटकर 5%
पैकेज्ड खाद्य पदार्थ, चीनी, मसाले, इंस्ट्रूमेंट नूडल्स, चॉकलेट, तेल, घी, मछली, चिप्स, बिस्कुट, साबुन, शैम्पू, ब्रश, शिशु आहार, बर्तन, सिलाई मशीन, ट्रैक्टर, कीटनाशक, कृषि उपकरण, दवा बनाने का सामान, थर्मामीटर, मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन, टेस्ट किट, ब्लड प्रेशर मशीन, चश्मा, मोबाइल, कपड़ा और हैंडीक्राफ्ट्स जैसी वस्तुओं पर कर दर घटकर सिर्फ 5% रह जाएगी।
जीएसटी घटकर 18%
एसी, टीवी, वॉशिंग मशीन, मॉनिटर, 350 सीसी से कम मोटरबाइक, तीन पहिया वाहन, 1500 सीसी से कम कारें, बस, ट्रक, सीमेंट और वस्त्र पर अब जीएसटी 18% होगा।
जीएसटी बढ़कर 40%
नरम पेय पदार्थ, पान मसाला, गुटखा, सिगरेट, बीड़ी, ज़र्दा, लग्ज़री कारें और 350 सीसी से अधिक बाइक पर टैक्स दर बढ़कर 40% कर दी गई है।
असर:-
नए जीएसटी ढांचे से जहां आम लोगों को रोज़मर्रा की कई ज़रूरी वस्तुएं और सेवाएं सस्ती मिलेंगी, वहीं विलासिता की चीज़ों और हानिकारक पदार्थों पर टैक्स का बोझ बढ़ेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे मध्यमवर्गीय परिवारों को राहत मिलेगी और सरकार को भी राजस्व का संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी।
👉 कुल मिलाकर, यह बदलाव उपभोक्ताओं की जेब पर सीधा असर डालने वाला है, जो उनकी खरीदारी की आदतों को भी प्रभावित कर सकता है।
