संघश्री पूजा में हरियाली का संदेश, 6000 पौधों से बना अनोखा पंडाल






✍️ रघुनाथ प्रसाद साहू/9434243363




हर साल की तरह, इस वर्ष भी संघश्री क्लब दुर्गा पूजा के अवसर पर एक नया सामाजिक संदेश लेकर आया है। उनकी 47वीं वर्षगांठ पर पूजा की थीम ‘संघश्री में हरियाली’ रखी गई है। इस अनूठी थीम के माध्यम से, उन्होंने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया है, जिसमें पूरे पंडाल को लगभग 6000 जीवित पौधों से सजाया गया है।

पंडाल की विशेषता और संदेश:
इस वर्ष संघश्री की पूजा का मुख्य आकर्षण उनका हरा-भरा पंडाल है। क्लब के एक सामान्य सदस्य, श्री अयन सेन ने बताया कि इस थीम के माध्यम से वे समाज को एक विशेष संदेश देना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “जिस तरह हम एक बच्चे को प्यार से पाल-पोसकर बड़ा करते हैं, उसी तरह हमें पेड़ों से भी प्यार करना चाहिए, क्योंकि अगर पेड़ नहीं रहेंगे तो हमारा अस्तित्व भी खतरे में पड़ जाएगा।” इसी विचार के आधार पर पंडाल की सजावट में जल और वृक्षों के महत्व को दर्शाया गया है। पंडाल के अंदर हरे-भरे पौधों के अलावा, विभिन्न प्रोजेक्शन और मूर्तियों के माध्यम से भी पर्यावरण जागरूकता का संदेश दिया जा रहा है।
प्रतिमा का अनूठापन:
पंडाल की थीम के अनुरूप ही, प्रतिमा के निर्माण में भी नवीनता का स्पर्श है। प्रतिमा को मिट्टी से बनी पत्तियों से सजाया गया है। यहां देवी दुर्गा के साथ-साथ असुर को भी एक अलग रूप में प्रस्तुत किया गया है। श्री सेन के अनुसार, “जो लोग पेड़ काटते हैं, वे ही समाज के सबसे बड़े असुर हैं।” इस असुर का वध करके, वास्तव में प्रकृति को नष्ट करने वाली शक्तियों के विनाश का प्रतीकात्मक संदेश दिया गया है।
पौधों के संग्रह की कहानी:
इतनी बड़ी संख्या में पौधे इकट्ठा करना भी एक चुनौतीपूर्ण कार्य था। क्लब के सदस्यों ने लगभग 1500 पौधे अपने क्लब परिसर में ही उगाए और उनकी देखभाल की। बाकी पौधे विभिन्न नर्सरियों से लाए गए हैं, जिन्हें पूजा समाप्त होने के बाद वापस कर दिया जाएगा। यह पहल साबित करती है कि संघश्री ने न केवल एक थीम बनाई है, बल्कि पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी भी निभाई है। दर्शकों द्वारा उनके इस हरे-भरे प्रयास की बहुत सराहना की जा रही है।
