मेदिनीपुर में विश्व एड्स दिवस पर जागरूकता रैली का आयोजन, स्वास्थ्य विभाग ने दिया सतर्कता का संदेश






विश्व एड्स दिवस के अवसर पर सोमवार (1 दिसंबर) को मेदिनीपुर शहर में एक विशाल जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। जिला स्वास्थ्य विभाग के नेतृत्व में निकाली गई इस सुसज्जित रैली का मुख्य उद्देश्य आम लोगों को एचआईवी (HIV) संक्रमण के प्रति जागरूक करना और इसे रोकने के उपायों के बारे में जानकारी देना था।




इस पदयात्रा में जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अलावा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, स्थानीय स्वास्थ्य कर्मियों और कई अन्य समूहों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। रैली का नेतृत्व जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी (CMOH) डॉ. सौम्यशंकर सारंगी ने किया। इस अवसर पर स्थानीय विधायक सुजय हाजरा भी विशेष रूप से उपस्थित रहे और अभियान का समर्थन किया।

जागरूकता से आई मामलों में कमी
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में लगातार चलाए जा रहे जागरूकता अभियानों और टेस्टिंग शिविरों के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। जिले में एचआईवी संक्रमितों की संख्या में कमी देखी गई है।
- आंकड़े: वर्ष 2024 में कुल 43,585 लोगों की एचआईवी जांच की गई थी, जिसमें से 197 लोग पॉजिटिव पाए गए थे। वहीं, मौजूदा वर्ष 2025 में अप्रैल से अक्टूबर माह के बीच 32,453 लोगों की जांच की गई, जिसमें 106 पॉजिटिव मामले सामने आए। राहत की बात यह है कि इनमें से 105 मरीजों का नाम दर्ज कर उनका इलाज शुरू कर दिया गया है।
गर्भवती महिलाओं की जांच पर विशेष जोर
विभाग द्वारा माँ से बच्चे में होने वाले संक्रमण (Mother-to-child transmission) को रोकने के लिए गर्भवती महिलाओं की जांच पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
- वर्ष 2024 में 9,861 गर्भवती महिलाओं की जांच में 19 पॉजिटिव पाई गई थीं।
- वर्ष 2025 (अप्रैल-अक्टूबर) में 4,720 जांचों में से 13 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
विशेषज्ञों का संदेश
मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सौम्यशंकर सारंगी ने कहा, “नियमित स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन, व्यापक प्रचार और टेस्टिंग के सामूहिक प्रयासों से रोगियों की संख्या घटी है। लेकिन अभी हमें और अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। विशेषकर गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच और उपचार सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। यदि समाज पूरी तरह जागरूक हो जाए, तो हम एड्स को जड़ से खत्म कर सकते हैं।”
प्रशासन के अनुसार, जागरूकता बढ़ाने के लिए इस वर्ष अक्टूबर तक 11 स्वास्थ्य शिविर और 21 जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं।
