आधी रात की बहस ने ले ली जान: केशियाड़ी BDO ऑफिस के हेड क्लर्क की संदिग्ध मौत






पश्चिम मेदिनीपुर ज़िले के केशियाड़ी ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिस (BDO) में कार्यरत हेड क्लर्क और अकाउंटेंट अभिषेक गांगुली (38) की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हो गई। पुलिस ने इस मामले में एक 22 वर्षीय युवक शिबू राउल को गिरफ्तार किया है, जो एक बीमा एजेंट और कॉलेज छात्र है।




जानकारी के अनुसार, अभिषेक और शिबू दोनों एक ही मकान के अलग-अलग कमरों में रहते थे। दोनों के बीच पहले से जान-पहचान थी और वे अक्सर साथ में खाना-पीना करते थे। मंगलवार की रात को रोटी और मटन खाने की योजना बनाई गई थी। लेकिन जब शिबू ने अभिषेक को फोन किया, तब उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद शिबू सीधा उसके कमरे में गया और आवाज देने लगा।

इसी दौरान दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई। पुलिस के अनुसार, अभिषेक ने नींद से उठने के बाद शिबू से तीखे शब्दों में बात की, जिससे शिबू गुस्से में आ गया। आरोप है कि शिबू ने अचानक किसी धारदार वस्तु से अभिषेक के चेहरे या सिर पर वार कर दिया। वार इतना गंभीर था कि मौके पर ही अभिषेक की मौत हो गई।
मृतक की पत्नी ने तुरंत केशियाड़ी थाने में शिकायत दर्ज करवाई, जिसके आधार पर पुलिस ने शिबू राउल को गिरफ्तार किया। फिलहाल आरोपी को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। हालांकि हत्या में प्रयुक्त हथियार अब तक बरामद नहीं हुआ है। पुलिस का कहना है कि पूछताछ से हथियार का पता लगाया जाएगा।
शिबू केशियाड़ी गवर्नमेंट कॉलेज का द्वितीय वर्ष का छात्र है और बीमा एजेंट के रूप में भी कार्यरत है। उसके पिता रंजीत राउल ने बताया कि बेटा पढ़ाई के लिए मिदनापुर में ही किराये के मकान में रहता था।
वहीं, मृतक अभिषेक का घर मिदनापुर के नजरगंज इलाके में था। उनके परिवार में पत्नी और 11 साल का एक बेटा है।
इस घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मच गई है। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि आरोपी का संबंध सत्ताधारी दल की छात्र इकाई से है। हालांकि क्षेत्रीय विधायक पराश मुरमू ने इस दावे को खारिज किया है। भाजपा नेता रमाप्रसाद गिरि ने आरोप लगाया कि सत्ताधारी पार्टी से जुड़े लोग ही इस घटना के पीछे हैं।
पुलिस इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और उम्मीद जताई है कि पूछताछ में और भी कई अहम जानकारियाँ सामने आएंगी।
