दमदार TMC नेता का मतदाता सूची से नाम गायब, मेदिनीपुर के प्रसेनजीत ने BJP और आयोग पर लगाया ‘मिलीभगत’ का आरोप






पश्चिम मेदिनीपुर के एक प्रभावशाली तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता और पूर्व जिला युवा अध्यक्ष प्रसेनजीत चक्रवर्ती का नाम 2025 की मतदाता सूची से गायब होने के बाद राज्य की राजनीति में नया विवाद खड़ा हो गया है। एक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक प्रसेनजीत ने आरोप लगाया है कि यह भारतीय जनता पार्टी (BJP) और चुनाव आयोग के बीच “गुपचुप मिलीभगत” का परिणाम है।




मामला क्या है?

प्रसेनजीत चक्रवर्ती ने बताया कि वह 1995 से हर चुनाव में मतदान करते आए हैं। उनका नाम 2002 की एसआईआर (Service Identity Register) सूची में भी था और उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में भी मतदान किया था। 2023 के पंचायत चुनाव से पहले, उन्होंने अपना वोट खड़गपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर 51 में स्थानांतरित भी करवाया था। हालांकि, अब 2025 की मतदाता सूची से उनका नाम अचानक हटा दिया गया है, जिसके कारण उन्हें एन्यूमरेशन फॉर्म (मतगणना पर्ची) नहीं मिल पाया है।
TMC नेता का बड़ा आरोप
मतदाता सूची से नाम हटाए जाने पर प्रसेनजीत ने चिंता व्यक्त की है। उनका आरोप है कि असली मतदाताओं को बाहर रखने के लिए यह एक सुनियोजित रणनीति है, और उन्होंने दावा किया कि “इसी तरह से बिहार में BJP ने चुनाव जीता था, और बंगाल में भी वे यही तरीका अपनाना चाहते हैं।”
BJP की प्रतिक्रिया
प्रसेनजीत के इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए, BJP के जिला उपाध्यक्ष शंकर गुछैत ने इसे “हास्यास्पद” करार दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि मतदाता सूची बनाने का कार्य BJP नहीं करती है। यह काम चुनाव आयोग द्वारा बूथ स्तर के अधिकारी (BLO), BDO, SDO और DM के माध्यम से करवाया जाता है। गुछैत ने TMC नेता को उन्हीं अधिकारियों से जवाब मांगने की सलाह दी है।
चुनाव आयोग का स्पष्टीकरण
हालांकि, चुनाव आयोग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि मतदाता सूची में नाम न होने पर घबराने की जरूरत नहीं है। आयोग 9 दिसंबर को मसौदा सूची (Draft List) प्रकाशित करेगा। इस मसौदा सूची को देखने के बाद, सभी मतदाता फॉर्म 6 के माध्यम से आवेदन करके अपना नाम दोबारा सूची में शामिल करवा सकते हैं।
