आईएमएफ ने पाकिस्तान पर लगाई 11 नई शर्तें, अगली किश्त पर जताई सख्ती






इस्लामाबाद: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने पाकिस्तान को दिए जा रहे बेलआउट पैकेज की अगली किश्त जारी करने से पहले 11 नई शर्तें लागू कर दी हैं। आईएमएफ ने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है कि यदि पाकिस्तान इन शर्तों को पूरा नहीं करता, तो अगली वित्तीय सहायता की किश्त जारी नहीं की जाएगी।




सूत्रों के अनुसार, ये शर्तें आर्थिक सुधारों से जुड़ी हैं, जिनमें कर प्रणाली में पारदर्शिता, ऊर्जा क्षेत्र में सुधार, सरकारी खर्चों में कटौती, और राजस्व संग्रहण की क्षमता को बढ़ाने जैसे कदम शामिल हैं। इसके अलावा, आईएमएफ ने राजनीतिक स्थिरता और प्रशासनिक जवाबदेही सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया है।

विशेषज्ञों का मानना है कि इन शर्तों का उद्देश्य पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को दीर्घकालिक स्थिरता की ओर ले जाना है, लेकिन अल्पकालिक रूप से आम जनता पर इसका असर पड़ सकता है। महंगाई और बेरोजगारी की समस्या पहले से ही पाकिस्तान को परेशान कर रही है, ऐसे में IMF की सख्त शर्तें सरकार के लिए चुनौती बन सकती हैं।
आईएमएफ पहले भी कई बार पाकिस्तान को कर्ज देने के बदले सख्त आर्थिक सुधारों की मांग करता रहा है। लेकिन इस बार की चेतावनी ने संकेत दे दिया है कि बिना ठोस कदम उठाए हुए पाकिस्तान को अगली किश्त नहीं मिलने वाली।
अब देखना यह होगा कि पाकिस्तान सरकार इन शर्तों को कितनी जल्दी और प्रभावी तरीके से लागू कर पाती है और क्या वह IMF का भरोसा दोबारा जीतने में सफल होती हैया नहीं।
