SEBI प्रमुख ने IndusInd Bank के घोटाले पर दिया बड़ा बयान, सख्त कार्रवाई के संकेत






भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के अध्यक्ष तुहिन कांता पांडे ने IndusInd Bank में सामने आए गंभीर लेखा घोटाले पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि यदि किसी भी अधिकारी द्वारा “गंभीर उल्लंघन” पाया जाता है, तो SEBI आवश्यक कार्रवाई करेगा।




लेखा घोटाले की पृष्ठभूमि:

IndusInd Bank ने हाल ही में ₹22.36 अरब का त्रैमासिक घाटा दर्ज किया है, जो बैंक के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा है। यह घाटा मुख्य रूप से आंतरिक डेरिवेटिव ट्रेडों में गलत रिकॉर्डिंग और माइक्रोफाइनेंस पोर्टफोलियो में ₹674 करोड़ के ब्याज आय की गलत गणना के कारण हुआ। बैंक के आंतरिक ऑडिट रिपोर्ट में वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा आंतरिक नियंत्रणों की अनदेखी की बात सामने आई है।
SEBI की जांच और संभावित कार्रवाई:
SEBI वर्तमान में छह वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ संभावित इनसाइडर ट्रेडिंग के आरोपों की जांच कर रहा है। इन अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने बैंक के लेखा अनियमितताओं की जानकारी होने के बावजूद स्टॉक विकल्प बेचे। SEBI इन ट्रेडों के समय और बैंक के आंतरिक आचार संहिता के उल्लंघन की जांच कर रहा है।
नेतृत्व में बदलाव:
बैंक के CEO सुमंत कथपालिया और डिप्टी CEO अरुण खुराना ने अप्रैल में अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। बैंक ने एक कार्यकारी समिति का गठन किया है जो नए CEO की नियुक्ति तक संचालन की निगरानी करेगी। बैंक ने
