December 5, 2025

रेल हादसा (2010): ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस त्रासदी की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा

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ज्ञानेश्वरी कांड के 15 वर्ष पूरे हो गए। इस दुर्घटना में 148 यात्रियों की मृत्यु हुई थी। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी मृत यात्रियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए घटनास्थल पर उपस्थित थे खड़गपुर ग्रामीण के विधायक श्री दीनेंन राय, श्री श्रीकांत महातो, श्री चूड़ामणि महातो तथा झाड़ग्राम और पश्चिम मेदिनीपुर जिले के सभी तृणमूल नेतृत्वगण।

2010 की बात है, 28.05.2010 की रात, करीब 1:45 बजे (29.05.2010 को) हावड़ा-अहमदाबाद ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस की झाड़ग्राम ब्लॉक के गुप्तमणि के पास, लगभग 1 किलोमीटर दूर राजाबाध गांव में भयानक ट्रेन और मालगाड़ी की टक्कर हो गई। उस समय माननीय वर्तमान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, रेल मंत्री थीं।

दीनेन ने बताया कि जैसे ही दीदी को दुर्घटना की खबर मिली, वह सुबह 5 बजे घटनास्थल पर पहुँच गईं। उन्होंने मुझे खबर भेजी। मैं, चुडामणि महतो, और झाड़ग्राम ब्लॉक के अन्य कर्मी तुरंत सुबह घटनास्थल पर पहुँच गए। रेलवे की बचाव टीम भी पहुँच गई। हजारों लोग, खासकर युवक, बचाव कार्य में जुट गए।

हमने कई गाड़ियाँ और पिकअप वैन की व्यवस्था की और मृतकों तथा घायलों को मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज, खड़गपुर रेलवे अस्पताल और केजीपी अस्पताल भेजा। कुल 148 यात्री इस हादसे में मारे गए। इनमें कई महिलाएं, बच्चे और युवक शामिल थे। मालगाड़ी के दो ड्राइवर भी मारे गए। दीदी ने सहयोग का हाथ बढ़ाया।

तब से हर साल 28 मई को हम राजाबाध में आकर मृत यात्रियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। आज शाम 4:30 बजे हमने श्रद्धांजलि दी। एक मिनट का मौन रखा गया।

उपस्थित थे: दिनेन रॉय, श्रीकांत महतो, चुरामणि महतो, महिला अंचल प्रधान, अशिष महतो सहित कई कार्यकर्ता और लोग। सभी ने फूल और मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। ज्ञानेश्वरी के यात्री अमर रहें। ईश्वर उन्हें शांति प्रदान करें।

15 বছর পূর্ণ হল জ্ঞানেশ্বরী কাণ্ডের ৷দুর্ঘটনায় নিহত হয়েছিল 148 জন যাত্রী।প্রতি বছরের মতো এ বছর ও নিহত যাত্রীদের প্রতি শ্রদ্ধা জানাতে ঘটনাস্তলে উপস্থিত হয়েছিলন খড়গপুর গ্রামীনের বিধায়ক দীনেন রায় মহাশয় ও শ্রীকান্ত মাহাত মহাশয় ও চূড়ামনি মাহাত মহাশয় ঝাড়গ্রাম ও পশ্চিম মেদিনীপুর জেলার সমস্ত তৃনমূল নেতৃত্ব বৃন্দ।

২০১০ সালের ঘটনা, ২৮.০৫.২০১০ তারিখে গভীর রাতে প্রায় ১:৪৫ মিনিটে (২৯.০৫.২০১০ তারিখে) হাওড়া-আহমেদাবাদ জনেশ্বরী এক্সপ্রেস ঝাড়গ্রাম ব্লকের গুপ্তমণি সংলগ্ন, প্রায় ১ কিমি দূরে রাজাবাঁধ গ্রামে এক ভয়াবহ ট্রেন ও মালগাড়ির সংঘর্ষ ঘটে। সেই সময় মাননীয়া দিদি, বর্তমান মুখ্যমন্ত্রী মমতা বন্দ্যোপাধ্যায়, রেলমন্ত্রী ছিলেন।

দুর্ঘটনার খবর পেয়েই দিদি ভোর ৫টার সময় ঘটনাস্থলে পৌঁছে যান। তিনি আমায় খবর পাঠান। আমি, চুরামণি মাহাতো এবং ঝাড়গ্রাম ব্লকের অন্যান্য কর্মীরা সঙ্গে সঙ্গে ঘটনাস্থলে পৌঁছে যাই। রেলের উদ্ধারকারী দলও উপস্থিত হয়। হাজার হাজার মানুষ, বিশেষ করে যুবকেরা, উদ্ধারকাজে ঝাঁপিয়ে পড়ে।

আমরা বহু গাড়ি ও পিকআপ ভ্যানের ব্যবস্থা করি এবং নিহত ও আহতদের মেদিনীপুর মেডিকেল কলেজ, খড়গপুর রেলওয়ে হাসপাতাল এবং কেজিপি হাসপাতালে পাঠাই। মোট ১৪৮ জন যাত্রী এই দুর্ঘটনায় প্রাণ হারান। তাঁদের মধ্যে বহু মহিলা, শিশু ও যুবক ছিলেন। মালগাড়ির দুই চালকও মারা যান। দিদি সাহায্যের হাত বাড়িয়ে দেন।

তখন থেকেই প্রতি বছর ২৮শে মে আমরা রাজাবাঁধে গিয়ে মৃত যাত্রীদের প্রতি শ্রদ্ধা নিবেদন করি। আজ বিকেল ৪:৩০-এ আমরা শ্রদ্ধা জানাই। এক মিনিটের নীরবতা পালন করি।

উপস্থিত ছিলেন: দিনেন রায়, শ্রীকান্ত মাহাতো, চুরামণি মাহাতো, মহিলা আঞ্চলিক প্রধান, অসীষ মাহাতো সহ বহু কর্মী ও সাধারণ মানুষ। সকলেই ফুল ও মোমবাতি জ্বালিয়ে শ্রদ্ধা নিবেদন করেন। জনেশ্বরী এক্সপ্রেসের যাত্রীরা অমর হোন। ঈশ্বর তাঁদের শান্তি দিন।

 

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