मुंह में मछली दबाकर रखना पड़ा भारी: सांस रुकने से मौत






आमतौर पर लोग यह नहीं सोचते कि एक साधारण-सी आदत भी जानलेवा साबित हो सकती है। लेकिन पश्चिम मिदनापुर जिले के बेलदा थाना क्षेत्र में हाल ही में घटी एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। मछली पकड़ते समय देबू सिंहनामक युवक ने जिंदा मछली को कुछ देर के लिए अपने मुंह में दबाकर रख दिया, जो पल भर में उसकी मौत का कारण बन गई। यह घटना न केवल पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई, बल्कि स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल भी खड़े कर गई।




घटना की पूरी जानकारी:

सूत्रों के अनुसार, युवक ने एक जिंदा मछली पकड़ ली थी और अन्य मछलियों को पकड़ने की जल्दी में उसने उस मछली को अपने दाँतों के बीच दबा लिया था। मछली ज़िंदा थी और अचानक उसने फड़फड़ाना शुरू कर दिया। मछली फिसलकर युवक के गले में जा फंसी और वहीं से उसकी मुश्किलें शुरू हो गईं।
सांस की नली में फंस गई मछली:
गले में मछली फंसने के कारण युवक की सांस लेने की नली पूरी तरह अवरुद्ध हो गई। वह कुछ देर तक छटपटाता रहा। पास में मौजूद लोग तुरंत उसकी मदद के लिए दौड़े और उसे अस्पताल ले जाने का प्रयास किया गया, लेकिन अस्पताल पहुँचने से पहले ही उसकी मृत्यु हो गई। डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित करते हुए बताया कि अगर कुछ मिनट पहले उसे चिकित्सा सहायता मिलती, तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। लेकिन मछली के गले में फंसने के कारण उसे सांस लेने का कोई मौका नहीं मिला और दम घुटने से उसकी मृत्यु हो गई।
इलाके में शोक की लहर
इस हृदयविदारक घटना के बाद पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है। मृतक युवक अपने परिवार का एकमात्र कमाने वाला था। उसके माता-पिता और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से आर्थिक सहायता और परिवार को समर्थन देने की मांग की है।
डॉक्टरों और विशेषज्ञों की चेतावनी:
स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों और चिकित्सकों ने इस घटना को लेकर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा है कि ऐसी लापरवाही बेहद घातक हो सकती है। जीवित मछलियों को मुंह में रखना कभी भी सुरक्षित नहीं होता। मछलियों की फड़फड़ाहट के कारण वे मुंह से गले में जा सकती हैं, जिससे सांस की नली बंद हो सकती है और व्यक्ति की तत्काल मृत्यु हो सकती है।
डॉक्टरों ने ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाने की बात कही है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। विशेषज्ञों का मानना है कि मछली पकड़ने वाले लोगों को उचित प्रशिक्षण और सावधानी संबंधी जानकारी दी जानी चाहिए।
प्रशासन का बयान:
बेलदा थाना पुलिस ने इस घटना की पुष्टि की है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। प्रशासन ने दुख जताते हुए कहा कि यह पूरी तरह से एक दुर्भाग्यपूर्ण और अनजाने में हुई दुर्घटना है। साथ ही प्रशासन ने स्थानीय पंचायत को निर्देश दिया है कि वे पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद के लिए राज्य सरकार से संपर्क करें।
निष्कर्ष:
यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि जीवन में छोटी-छोटी गलतियाँ भी बहुत बड़ी त्रासदी में बदल सकती हैं। मछुआरों और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को इस प्रकार की गतिविधियों में अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए। मुंह में मछली दबाने जैसी आदतें गंभीर रूप से घातक हो सकती हैं, और इस घटना को सबक के तौर पर लिया जाना चाहिए।
