तृणमूल से बेबी कोले की छुट्टी! बुजुर्ग वामपंथी नेता को पीटने के आरोप में पार्टी से निष्कासित






खड़गपुर: एक वायरल वीडियो के बाद पश्चिम मिदनापुर जिले के खड़गपुर में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। वीडियो में तृणमूल महिला नेता बबी कोले को बुजुर्ग वामপंथी नेता अनिल दास को सड़क पर गिराकर पीटते हुए देखा गया। इस घटना को गंभीरता से लेते हुए तृणमूल कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया है।




🔴 क्या हुआ था?

30 जून को खड़गपुर के खरिदा इलाके में यह घटना सामने आई। अनिल दास ने आरोप लगाया कि बबी कोले और कुछ अन्य महिलाएं मिलकर उन्हें बिना किसी कारण के लाठी-डंडों से पीटने लगीं। उनका चश्मा तोड़ा गया, गालियां दी गईं और उनके चेहरे पर नीला रंग भी फेंका गया। इस पूरी घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज हुई।
⚖️ तृणमूल का सख्त रुख
घटना सामने आते ही पार्टी के ज़िला अध्यक्ष सुझॉय हाजरा ने बबी कोले को शोकॉज नोटिस जारी किया। जवाब संतोषजनक न पाकर, राज्य अध्यक्ष सुभ्रत बक्शी के निर्देश पर पार्टी की ओर से उन्हें तुरंत निष्कासित कर दिया गया।
राज्य उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजूमदार ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा,
> “तृणमूल कांग्रेस में किसी प्रकार की अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
🔁 राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
सीपीएम नेता सुजान चक्रवर्ती ने कहा,
> “अगर वीडियो वायरल नहीं होता, तो शायद तृणमूल कुछ नहीं करती। जनदबाव के कारण कार्रवाई की गई।”
बीजेपी नेताओं ने इस घटना की तीव्र निंदा करते हुए ममता सरकार पर हमला बोला कि यह पार्टी में फैली अराजकता का प्रमाण है।
वहीं अनिल दास के परिवार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृণमूल नेतृत्व को धन्यवाद देते हुए कहा कि सही समय पर सही फैसला लिया गया।
✅ निष्कर्ष:
बबी कोले को अनुशासनहीनता और हिंसक आचरण के लिए तृणमूल से निष्कासित कर दिया गया है। यह घटना एक बार फिर यह सवाल उठाती है कि राजनीतिक दलों में अनुशासन और नैतिकता बनाए रखने के लिए कितना सजग रहना जरूरी है। जनता और सोशल मीडिया की सक्रियता के चलते यह मामला उजागर हुआ और पार्टी को तुरंत कार्रवाई करनी पड़ी।
