घाटाल में बाढ़ प्रभावित इलाक़ों में पुलिस का कम्युनिटी किचन






पश्चिम मेदिनीपुर के घाटाल उपमंडल में बाढ़ की स्थिति लगातार बनी हुई है। पानी में फंसे लोगों के लिए प्रशासन के साथ-साथ अब स्थानीय पुलिस भी आगे आई है। बाढ़ प्रभावित गांवों में कम्युनिटी किचन शुरू किया गया है, ताकि हर दिन ज़रूरतमंद लोगों तक पका हुआ खाना पहुँचाया जा सके।




🌊 कैसे चल रहा है ये अभियान?

पुलिसकर्मी खुद राहत सामग्री इकट्ठा कर गांवों में खाना बनाने की व्यवस्था कर रहे हैं।
पका हुआ चावल, दाल, सब्ज़ी और ज़रूरी सूखा सामान बाढ़ प्रभावित इलाक़ों में पहुँचाया जा रहा है।
स्थानीय ग्रामीण और स्वयंसेवी भी पुलिस के साथ मिलकर खाना पकाने और वितरण में मदद कर रहे हैं।
🚤 लोगों की प्रतिक्रिया:
इस पहल से बाढ़ पीड़ित लोग बेहद खुश हैं। कई परिवारों ने बताया कि कई दिनों से उनके पास खाना पकाने की सुविधा नहीं थी, पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद ने उनकी बड़ी समस्या हल कर दी।
👮 पुलिस प्रशासन का बयान:
स्थानीय थाने के अधिकारियों ने कहा, “लोगों की मुसीबत के समय उनके साथ खड़ा होना हमारा कर्तव्य है। जब तक बाढ़ की स्थिति सामान्य नहीं हो जाती, तब तक ये कम्युनिटी किचन चलता रहेगा।”
✅ निष्कर्ष:
बाढ़ प्रभावित घाटाल के लोगों के लिए पुलिस की यह मानवीय पहल वाकई क़ाबिल-ए-तारीफ़ है। इससे न सिर्फ़ हज़ारों लोगों तक भोजन पहुँच रहा है बल्कि मुश्किल हालात में उन्हें थोड़ी राहत भी मिल रही है।
