बेंगलुरु जा रहे बीमार बच्चे ने ट्रेन में तोड़ा दम, रेलवे ने की थी मदद की पूरी कोशिश






इलाज के लिए बेंगलुरु ले जाए जा रहे एक दो वर्षीय मासूम बच्चे की ट्रेन में ही मौत हो गई। यह दुखद घटना हावड़ा-एसएमवीटी बेंगलुरु सुपरफास्ट एक्सप्रेस में घटी। रेलवे कर्मचारियों ने बच्चे की जान बचाने के लिए भरपूर प्रयास किया, लेकिन दुर्भाग्यवश उसे बचाया नहीं जा सका।




जानकारी के अनुसार, पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले का रहने वाला अल्ताफ अली मोल्ला अपने दो वर्षीय बेटे समीर मोल्ला के साथ यात्रा कर रहा था। समीर जन्म से ही मस्तिष्क की एक गंभीर बीमारी (हाइड्रोसेफलस) से पीड़ित था। हाल ही में जब उसकी तबीयत बिगड़ी, तो पिता ने उसे इलाज के लिए बेंगलुरु ले जाने का फैसला किया।

खबरों के मुताबिक, ट्रेन के खड़गपुर स्टेशन से निकलने के कुछ देर बाद बच्चे को सांस लेने में गंभीर तकलीफ होने लगी। पिता ने तुरंत टीटीई को इसकी सूचना दी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, टीटीई ने रेलवे कंट्रोल रूम से संपर्क किया।
रेलवे ने त्वरित कार्रवाई करते हुए, बेलदा स्टेशन पर ट्रेन का एक आपातकालीन स्टॉपेज निर्धारित किया, जबकि यह ट्रेन का निर्धारित स्टॉप नहीं था। स्टेशन पर एक एम्बुलेंस की व्यवस्था भी की गई। रात करीब साढ़े बारह बजे ट्रेन बेलदा स्टेशन रुकी और बच्चे को तुरंत बेलदा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ले जाया गया।
हालांकि, अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
अपने इकलौते बेटे को खोने के बावजूद, पिता अल्ताफ अली ने इस मुश्किल घड़ी में मदद के लिए रेलवे अधिकारियों, रेल पुलिस और साथी यात्रियों के प्रति आभार व्यक्त किया है।
