आग में झुलसे रेलकर्मी ने चांदमारी अस्पताल में तोड़ा दम ट्राफिक रेल कालोनी का रहने वाला था गुरुनाथ, लाकडाउन के चलते उड़ीसा सीमा से लौट रहे बेटे को मिली मां के फांसी में झुल जाने की खबर

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खड़गपुर, मानसिक अवसादग्रस्त रेलकर्मी गुरुनाथ ने रविवार की दोपहर अपने शरीर पर मिट्टी का तेल छिड़क कर आग लगा लिया था। राहगीर महिला ने जब चीख सुनी तो उसने शोर मचाया जिसे सुन आस-पड़ोस के लोगो ने उसे कमरे से निकाला और खड़गपुर महकमा अस्पताल में भर्ती कराया। सोमवार की तड़के इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। पता चला है कि गुरुनाथ 85 फीसदी जल चुका था व पत्नी काफी पहले उसे छोड़ नीमपुरा मायके चली गई थी गुरुनाथ अपने दो बच्चे के साथ बहन के रेल क्वार्टर में रहता था व मानसिक अवस्था ठीक नहीं था जिसके कारण बीते तीन वर्षों से नौकरी में भी नहीं गया था। गुरुनाथ के परिजन बिशु ने बताया कि गुरुनाथ खड़गपुर में ओपेन लाइन में कार्यरत था व उसकी पंद्रह, सोलह साल की दो बेटिंयां है घटना से इलाके में शोक व्याप्त है।  इधर दांतन थाना के बोरुनी गांव की अमला दास नामक 50 वर्षीय अधेड़ महिला ने पारिवारिक विवाद से तंग आकर फांसी लगा आत्महत्या कर ली मृतक के बेटा पिंटू ने बताया कि वह कार चलाता है व सवारी लेकर उड़ीसा के बालेश्वर के लिए ऩिकल तड़के चार बजे निकल पड़ा था लेकिन उड़ीसा में लाकडाउन होने व सीमा सील होने के कारण पिंटू सवारी लेकर वापस आ रहा तभी रास्ते में मां के फांसी में झूल जाने की खबर आई ज्ञात हो कि अमला शादी के कुछ दिनों बाद ही पति को छोड़ मायके चली आई थी व वहीं बस गई थी जबकि पति ने दूसरी शादी कर ली थी।

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