नीमपुरा आश्रम के समक्ष दंपत्ति की मिली लाश, अंतिम संस्कार की बाट जोह रहे महालक्ष्मी व पति वेंकट, गरीबी से तंग आ महालक्ष्मी ने पति संग जहर खा दे दी जान, गरीब भी कभी अमीर हो सकता है यही मूल मंत्र रह गया था दंपत्ति का

2646
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement

✍रघुनाथ प्रसाद साहू
खड़गपुर। गरीबी से तंग आ महालक्ष्मी ने पति वेंकट संग जहर खा जान दे दी। नीमुपरा के काली कृष्णा आश्रम के सामने आज तड़के लाश मिलने पर इलाक में सनसनी फैल गया जबकि चांदमारी के मॉर्ग में पति संग पड़ी पड़ी एस महालक्ष्मी अंतिम संस्कार की बाट जोह रही है। मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की तड़के नाबालिग  सीता महालक्ष्मी व उसके पति वेंकट का शव लोगों ने नीमपुरा के ओम नमः कलि कृष्ण भगवान आश्रम के मुख्य गेट के सामने लाश पड़ी देख पुलिस को खबर दी तो पुलिस लाश को बरामद कर अंत्यपरीक्षण के लिए भेज दिया दंपत्ति के मुंह से झाग निकल रहा था जिससे आशंका है कि दोनों ने जहर खा जान दे दी। दोनो फिलहाल नीमपुरा के आंध्रा प्राइमरी स्कुल के पास रेल के बस्ती इलाके में रह रहे थे। पता चला है कि जाति से ब्राम्हण पहले उसी आश्रम में सेवादार व पुरोहित का काम करते थे व खड़गपुर से आंध्रप्रदेश चले गए थे पता चला है कि 40 वर्षीय वेंकट का भाई हैदराबाद में रहता है जबकि महालक्ष्मी के माता पिता भी काफी पहले ही महालक्ष्मी को छोड़ दुनिया से अलविदा हो चुके हैं अनाथ महालक्ष्मी की परवरिश विजयवाड़ा के रहने वाले उसके दादा मस्तान ने किया था निचली जाति के महालक्ष्मी से वेंक्ट की आंखे चार हुई तो दोनों ने शादी कर ली थी पर जहां काम कर रहे थे वहां शादी को लेकर काम छूट गया आंध्र के गुंटुर, राजमंडरी, विजयावाड़ा सहित कई जगहों में भटकने के बावजूद गुजर बसर ना होने पर 17 वर्षीय पत्नी को लेकर वेंकट दो माह पहले फिर खड़गपुर आ गया पर चूंकि उसने विजातीय शादी कर ली थी व कोरोना काल होने के कारण आश्रम में काम मिल ना सका। लाकडाउन व गरीबी की मार झेल चुके दंपत्ति ने आखिरकार आश्रम के समक्ष ही जहर खा जान दे दी। वार्ड 13 के पूर्व पार्षद वेंकटरमणा ने बताया कि दंपत्ति की मौत की खबर सुनने पर लाश को बरामद कर अंत्यपरीक्षण कराय गया

इधर कोई भी परिजन खड़गपुर में ना होने के कारण दंपत्ति की लाश चांदमारी में पड़ी हुई है। पता चला है कि गरीबी से तंग आ वेंकट ने तेलुगु में पोस्टर लिखा था गरीब भी कभी अमीर हो सकता है व उसे घर के दीवार में चिपका पूजता था। पर दंपत्ति आखिरकार गरीबी के आगे घुटने टेक दिए। अब देखना है आश्रम के लोग या दंपत्ति के परिजन लाश का अंतिम संस्कार करते हैं या नहीं। घटना से इलाके में शोक है इधर आश्रम के पदाधिकारियों से संपर्क नहीं हो सका पुलिस का कहना है कि नबालिग लड़की से शादी किए वेंकट की लाश का अंत्यपरीक्षण करा शवों को मार्ग में रखा गया है।

For Sending News, Photos & Any Queries Contact Us by Mobile or Whatsapp - 9434243363 //  Email us - raghusahu0gmail.com