चोखी ढाणी के माध्यम से बंगाल में राजस्थानी संस्कृति को जीवंत करने का प्रयास, दालबाटी चूरमा व बाजरे की रोटी का लुत्फ लिया लोगों ने, गणगौर शोभायात्रा शुक्रवार की शाम चार बजे प्रेमहरि भवन से

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✍️ममता साहू

राजस्थान से सैकड़ों मीलों दूर बंगाल के खड़गपुर स्थित प्रेम हरि भवन में चोखी ढाणी के माध्यम से राजस्थानी संस्कृति को जीवित करने का प्रयास खड़गपुर मारवाड़ी महिला समिति की ओर से किया गया।

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समिति की अध्यक्ष मंजू अग्रवाल ने कहा कि रोजी रोटी व व्यवसाय के लिए हम यहां रहते हैं नई पीढ़ी धीरे धीरे अपनी संस्कृति से दूर होती जा रही है जिसे पुनर्जीवित करने के लिए चोखी ढाणी का आयोजन किया गया।

नीलम झंवर ने बताया कि छोटे स्तर पर हम पहेल भी आयोजन करते रहे हैं पर रजत जयंती वर्ष होने के काऱण इस साल बड़े स्तर पर आय़ोजन किया गया। जिसमें कई लोग पारंपरिक वेषभूषा में नजर आए व लोकगीतों का लुत्फ लिया। इस अवसर पर कुल 30 स्टाल लगे थे जिसमें दाल बाटी चूरमा, बाजरे की रोटी, राजस्थानी चाट पापड़ी सहित अन्य तरह के खाने पीने के स्टाल थे इसके अलावा राजस्थानी कपड़े, हस्तशिल्प, मेहंदी के स्टाल भी थे।

दाल बाटी चूरमा की स्टाल लगाई ममता पंसारी ने कहा कि लोगों को अपना पारंपरिक खाना परोसना बेहद सुखद अऩुभव रहा लोगों ने जम कर दाल बाटी चूरमा के स्वाद चखे।नाड़ू गोपाल के परिधान भी आकर्षण का केंद्र रहा।     

चाक पर कुम्हार पारंपरिक मिट्टी के बर्तन बनाते दिखे। सजावट भी राजस्थानी संस्कृति को बखूबी उकेर रही थी जिसमें ऊंट, कुंए शामिल थे।

इस अवसर पर  मुख्य अतिथि —अंचल प्रमुख श्रीमती श्वेता टिबरेवाल, प्रांतीय सचिव श्रीमती पिंकी धानुका तथा श्री सज्जन पटवारी जी ने प्रोग्राम की सराहना की व आनंद उठाया। शाखा  सचिव मंजू खंडेलवाल कोषाध्यक्ष श्रीमती मंजू केडिया, डालमिया स्नेहा अग्रवाल, गोरी अग्रवाल, मंजू अग्रवाल आशा सिंगल मधु अग्रवाल संगीता अग्रवाल विनीता, व गीता  सहित अन्य सदस्यों ने सक्रिय सहयोग की।

गणगौर शोभायात्रा शुक्रवार की शाम चार बजे प्रेमहरि भवन से, बड़ी संख्या में जुटने की अपील  

गणगौर शोभायात्रा शुक्रवार की शाम को  प्रेमहरि भवन, मलिंचा से निकलगी व मंदिर तालाब में गणगौर का विसर्जन किया जायेगा।  मारवारी महिला समिति का कहना है कि पहले गणगौर लोग स्थानीय स्तर पर अपने अपने तरीके से करते थे पर इस बार सामूहिक शोभायात्रा निकालने का निर्णय लिया गया है।

 

ज्ञात हो कि गणगौर में नवविवाहिता 16 दिन तक पूजा अर्चना करती है व 16वें दिन गणगौर का विसर्जन किया जाता है। गणगौर पूजा में सभी उम्र की मारवाड़ी महिलाएं शामिल होती है। गणगौर में शिव पार्वती के रुप की पूजा होती है यह राजस्थानी महिलाओं का तीज पर्व है। महिला समिति ने ज्यादा से ज्यादा लोगों को शोभायात्रा में शामिल होने की अपील की है। खड़गपुर मारवाड़ी नवयुवक संघ से जुड़े संजय पंसारी ने बताया कि संघ की ओर से आयोजित शोभायात्रा में मारवाड़ी महिला समिति सहयोग करेगी।

शोभायात्रा से संबंधित किसी भी तरह की जानकारी के लिए निम्न नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। KMYS- 9647000952 , 7001598590 KMMS- 8167417263, 9903425127

 

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