ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवाद के खिलाफ भारत की सख्त कार्यवाही








7 मई 2025 को भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत एक महत्वपूर्ण सैन्य अभियान चलाया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में स्थित कई आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक नष्ट किया गया।

इस अभियान में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के पांच शीर्ष आतंकवादियों को मार गिराया गया। मारे गए आतंकियों में जैश प्रमुख मसूद अजहर का रिश्तेदार मोहम्मद यूसुफ अजहर और लश्कर का रणनीतिकार हाफिज मोहम्मद जमील शामिल हैं।

भारतीय सेना के अनुसार, इस ऑपरेशन में कुल नौ आतंकी अड्डों को ध्वस्त किया गया — जिनमें पांच पीओके में और चार पाकिस्तान के भीतर स्थित थे।
विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने जानकारी दी कि यह कार्रवाई 26 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई, जिसमें 26 हिंदू पर्यटक मारे गए थे। उन्होंने कहा कि यह हमला पाकिस्तान की सरजमीं से संचालित आतंकी संगठनों द्वारा किया गया था।
ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान ने लगभग 500 ड्रोन के जरिए भारत पर हमले की कोशिश की, लेकिन भारतीय रक्षा बलों ने उनमें से अधिकांश को नष्ट कर दिया। शुरुआती जांच में पता चला है कि इन ड्रोनों का बड़ा हिस्सा तुर्की में निर्मित था।
इस हमले को नाकाम करने के लिए भारत ने ‘आकाश’ मिसाइल डिफेंस सिस्टम का प्रभावी उपयोग किया। साथ ही सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई और देश के विभिन्न राज्यों में हाई अलर्ट जारी किया गया।
अंततः 10 मई की शाम 5 बजे से भारत और पाकिस्तान ने जमीन, आकाश और समुद्र मार्गों पर सभी प्रकार की सैन्य गतिविधियाँ रोकने पर सहमति जताई। यह युद्धविराम समझौता अमेरिका, सऊदी अरब और तुर्की की मध्यस्थता से संभव हुआ।
इस साहसी और रणनीतिक अभियान के चलते भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को नई मजबूती मिली है और देशभर में भारतीय सेना की सराहना की जा रही है।