नाना पाटेकर का मानवीय चेहरा: कारगिल युद्ध के सैनिकों के साथ खड़े हुए बॉलीवुड अभिनेता









19 मई:

1999 के कारगिल युद्ध के दौरान जब भारतीय सैनिक दुश्मन के खिलाफ कठिन लड़ाई लड़ रहे थे, तब बॉलीवुड अभिनेता नाना पाटेकर ने न केवल एक फिल्मी सितारे के रूप में, बल्कि एक सच्चे देशभक्त नागरिक के रूप में अपनी भूमिका निभाई। युद्ध के समय वे स्वयं कारगिल सीमा पर पहुँचे और सैनिकों के मनोबल को बढ़ाया।

सूत्रों के अनुसार, नाना पाटेकर ने युद्धक्षेत्र में जवानों के साथ समय बिताया, उन्हें हौसला दिया और कहा—
“अगर तुम देश के लिए अपनी जान दे सकते हो, तो हम तुम्हारे परिवारों के लिए जरूर खड़े रहेंगे।”
बाद में उन्होंने अभिनेता और रंगकर्मी मकरंद देशपांडे के साथ मिलकर ‘NAM फाउंडेशन’ की स्थापना की, जिसका उद्देश्य शहीद और सेवानिवृत्त सैनिकों के परिवारों को आर्थिक और सामाजिक सहायता प्रदान करना है।
इस वरिष्ठ अभिनेता ने अपनी कमाई का एक बड़ा हिस्सा सैनिक परिवारों की मदद में समर्पित कर दिया है। उनका यह प्रयास केवल मानवता की मिसाल नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणा है।
नाना पाटेकर का यह कार्य सिद्ध करता है कि देशभक्ति सिर्फ बड़े-बड़े भाषणों में नहीं, बल्कि कर्म में दिखाई देती है।