पाकिस्तान में बढ़ा खतरा: अज्ञात हमलावरों के डर से खौफ में मसूद अजहर






इस्लामाबाद: पाकिस्तान में एक के बाद एक भारत के मोस्ट वांटेड आतंकियों की रहस्यमयी तरीके से हत्या होने के बाद, जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर भारी दहशत में है। हाल ही में हुए घटनाक्रमों ने न सिर्फ पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों को झटका दिया है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों की भी नजर इस पर टिक गई है।




पिछले दो वर्षों में पाकिस्तान में करीब 16 मोस्ट वांटेड भारतीय आतंकियों को अज्ञात हमलावरों ने मार गिराया है। इनमें लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन और खालिस्तानी संगठनों से जुड़े कई नाम शामिल हैं। सबसे हाल की घटना में पठानकोट हमले का मास्टरमाइंड शाहिद लतीफ और हाफिज सईद का करीबी अबू कताल मारा गया।

इन घटनाओं के बाद, मसूद अजहर ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। सूत्रों के अनुसार, वह इस समय किसी अज्ञात स्थान पर छिपा हुआ है। इससे पहले, भारतीय सेना द्वारा किए गए “ऑपरेशन सिन्दूर” में उसके कई रिश्तेदार और करीबी मारे गए थे। बताया गया कि इस हमले में उसके 10 पारिवारिक सदस्य मारे गए, जिससे वह गहरे सदमे में है।
इस हमले के बाद पाकिस्तान सरकार ने मसूद अजहर को 14 करोड़ रुपये की सहायता राशि देने का निर्णय लिया, जो वैश्विक स्तर पर विवाद का विषय बन गया है। कई देशों ने इसे आतंकियों को संरक्षण देने की नीति बताया।
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान में आतंकी संगठनों के भीतर गुटबाजी, विदेशी खुफिया एजेंसियों की सक्रियता और स्थानीय असंतोष के कारण यह हत्याएं हो रही हैं। अब सवाल उठता है कि क्या मसूद अजहर अगला निशाना होगा?
निष्कर्ष: पाकिस्तान में हो रही इन रहस्यमयी हत्याओं ने वहां के आतंकी नेटवर्क को झटका दिया है। मसूद अजहर का डर और छिपना यह दर्शाता है कि अब आतंकियों की सुरक्षित पनाहगाह भी खतरे में है।
