भारत की रक्षा शक्ति होगी और मजबूत: 40,000 करोड़ रुपये की हथियार और गोला-बारूद खरीद को मंज़ूरी





18 मई: देश की रक्षा क्षमताओं को और मज़बूत करने के लिए रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) ने एक बड़ा फैसला लिया है। लगभग 40,000 करोड़ रुपये के हथियार, गोला-बारूद और अन्य सैन्य उपकरणों की खरीद को मंज़ूरी दे दी गई है।



इस फैसले से भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना की सैन्य तैयारी को और मजबूती मिलेगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में जिन परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है, उनमें से अधिकांश ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत होंगी। इससे देश की रक्षा उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा।

इस योजना में थलसेना के लिए नई पीढ़ी की एंटी-टैंक मिसाइल, नौसेना के लिए उन्नत टॉरपीडो और वायुसेना के लिए हाई-पावर रडार शामिल हैं। इसके अलावा, आधुनिक तोपें, रॉकेट सिस्टम और गोला-बारूद की खरीद को भी मंज़ूरी दी गई है।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि इन परियोजनाओं के क्रियान्वयन से देश की रक्षा तैयारी और आधुनिक तथा आत्मनिर्भर होगी। खास बात यह है कि इन सभी सौदों में घरेलू तकनीक और निर्माण को प्राथमिकता दी गई है।
भारत की सुरक्षा और रक्षा क्षेत्र को मजबूत करने की इस पहल में ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन को विशेष महत्व दिया गया है।
