अमेरिका में ट्रंप की वापसी का असर भारतीय प्रवासियों पर भारी पड़ सकता है






अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की वापसी की संभावना ने भारतीय प्रवासियों और भारत की अर्थव्यवस्था दोनों के लिए चिंता बढ़ा दी है। ट्रंप ने चुनाव पूर्व अपनी नीतियों में कड़ी इमिग्रेशन नीतियों और मनी ट्रांसफर (रेमिटेंस) पर टैक्स लगाने की बात कही है, जो भारतीय परिवारों को आर्थिक रूप से प्रभावित कर सकती है।




ट्रंप की प्रस्तावित नीतियों के अनुसार, अमेरिका में काम करने के लिए आने वाले लोगों के वीज़ा – खासकर H-1B और स्टूडेंट वीज़ा – पर सख्त नियम लागू किए जा सकते हैं। गौरतलब है कि हर साल हजारों भारतीय युवा इन्हीं वीज़ा के ज़रिए अमेरिका में पढ़ाई और काम करने जाते हैं।

इसके साथ ही ट्रंप रेमिटेंस यानी प्रवासियों द्वारा अपने देश भेजे जाने वाले पैसे पर टैक्स लगाने पर भी विचार कर रहे हैं। भारत दुनिया में सबसे अधिक रेमिटेंस प्राप्त करने वाला देश है। केवल 2023 में भारत को 125 अरब डॉलर से अधिक की राशि प्रवासियों से प्राप्त हुई थी, जिसमें बड़ा हिस्सा अमेरिका से आया था।
अगर इस तरह की नीतियां लागू होती हैं, तो भारत के करोड़ों परिवारों की आय पर असर पड़ेगा और विदेशी मुद्रा भंडार में भी कमी आ सकती है, जिससे देश की आर्थिक स्थिति प्रभावित हो सकती है।
हालांकि भारत सरकार की ओर से अभी इस विषय पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप की नीतियों से भारत-अमेरिका संबंधों और भारतीय प्रवासियों की स्थिति पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है।
अमेरिका में आगामी चुनाव को लेकर भारतीय प्रवासियों और उनके परिवारों की नजरें अब ट्रंप की नीतियों और चुनाव नतीजों पर टिकी हुई हैं।
