जानिए क्यों भारत के खिलाफ हो गया है तुर्की, और पाकिस्तान को दे रहा है हथियार






तुर्की और भारत के रिश्ते हाल के वर्षों में लगातार तनावपूर्ण होते जा रहे हैं। इसका प्रमुख कारण है तुर्की द्वारा पाकिस्तान को खुला समर्थन देना और भारत विरोधी गतिविधियों में उसकी संलिप्तता। हाल ही में तुर्की ने भारत को लेकर जो कदम उठाए हैं, उससे दोनों देशों के बीच दूरी और बढ़ गई है।




भारत के खिलाफ तुर्की की कार्रवाई

तुर्की ने जुलाई 2024 में भारत के लिए सभी रक्षा उपकरणों और हथियारों के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया। यह जानकारी तुर्की संसद की एक बैठक में सामने आई, जहां यह बताया गया कि पाकिस्तान के साथ घनिष्ठ संबंधों के चलते भारत को कोई रक्षा सामग्री नहीं दी जाएगी। यह फैसला तुर्की के रक्षा उद्योग मंत्रालय द्वारा लिया गया।
पाकिस्तान के साथ बढ़ती नजदीकी
तुर्की आज पाकिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता बन चुका है। पाकिस्तान ने हाल ही में तुर्की में बने SONGAR ड्रोन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ किया है। इसके अलावा, तुर्की का एक सैन्य जहाज भी कराची बंदरगाह पर पहुंचा है, जो दोनों देशों की बढ़ती सैन्य साझेदारी को दर्शाता है।
कश्मीर मुद्दे पर तुर्की का रुख
तुर्की लंबे समय से कश्मीर को लेकर पाकिस्तान का समर्थन करता आया है। तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोआन ने कई बार संयुक्त राष्ट्र मंच पर कश्मीर का मुद्दा उठाया और भारत की नीतियों की आलोचना की, जिससे भारत ने कड़ी आपत्ति जताई।
भारत की प्रतिक्रिया
भारत ने तुर्की के इस रवैये का जवाब देते हुए कई अहम फैसले लिए हैं। भारत ने तुर्की के साथ एक प्रमुख नौसैनिक निर्माण सौदा रद्द कर दिया है। इसके साथ ही, कुछ भारतीय व्यवसायों ने भी तुर्की के नागरिकों को सेवाएं देने से मना कर दिया है, जैसे गोवा में स्थित एक लग्ज़री विला कंपनी ने तुर्की पर्यटकों को ठहरने की सुविधा बंद कर दी।
निष्कर्ष
तुर्की और भारत के बीच बढ़ता तनाव दोनों देशों के कूटनीतिक संबंधों को प्रभावित कर रहा है। पाकिस्तान के साथ तुर्की की निकटता और भारत विरोधी रुख, दोनों देशों को टकराव की दिशा में ले जा सकते हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि दोनों पक्ष बातचीत और शांतिपूर्ण समाधान की ओर कदम बढ़ाएं।
