पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान में तनाव चरम पर
पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान में तनाव चरम पर
2 मई, 2025
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले में 26 नागरिकों की जान चली गई, जिनमें 25 भारतीय और एक नेपाली पर्यटक शामिल थे। इस हमले के पीछे ‘इस्लामिक रेजिस्टेंस फ्रंट’ का हाथ बताया जा रहा है, जो पाकिस्तान आधारित लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा माना जाता है।
भारत की कार्रवाई:
भारत सरकार ने 1960 की सिंधु जल संधि को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है।
पाकिस्तान के नागरिकों के लिए वीजा सेवाएं रोक दी गई हैं और अटारी-वाघा बॉर्डर भी बंद कर दिया गया है।
कई पाकिस्तानी राजनयिकों को देश से निष्कासित कर दिया गया है।
भारतीय सेना नियंत्रण रेखा (LoC) पर हाई अलर्ट पर है और लगातार संघर्षविराम उल्लंघनों का जवाब दे रही है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया:
पाकिस्तान ने 1972 की शिमला समझौते को निलंबित कर दिया है।
भारतीय विमानों के लिए एयरस्पेस बंद कर दिया गया है और द्विपक्षीय व्यापार पूरी तरह रोक दिया गया है।
पाक अधिकृत कश्मीर में 1,000 से ज्यादा मदरसों को बंद कर दिया गया है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया:
अमेरिका ने दोनों देशों से तनाव कम करने का आग्रह किया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री और उपराष्ट्रपति ने पाकिस्तान से आतंकवादी संगठनों पर कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
आर्थिक प्रभाव:
पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने ब्याज दर को 12% पर बनाए रखा है।
दोनों देशों के बीच अनौपचारिक व्यापार भी संकट में है।
निष्कर्ष:
इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हालात गंभीर बने हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय दोनों देशों से शांति और कूटनीति की राह अपनाने की अपील कर रहा है।