पाहलगाम में पसरा सन्नाटा, एक महीने बाद भी नहीं लौटी ज़िंदगी की रफ्तार






मैदानी हत्याकांड’ को एक महीना बीत चुका है, लेकिन पाहलगाम अब भी गहरे सन्नाटे में डूबा हुआ है। कभी सैलानियों से गुलजार रहने वाला यह हिल स्टेशन अब वीरान नजर आता है। होटल खाली हैं, रेस्टोरेंट्स में ताले लटके हैं, और स्थानीय लोग आजीविका की चिंता में डूबे हुए हैं।




एक स्थानीय दुकानदार ने बताया, “घटना के बाद से कोई पर्यटक नहीं आया। न व्यापार हो रहा है, न कोई उम्मीद बाकी है।” इलाके की अर्थव्यवस्था पूरी तरह पर्यटन पर निर्भर है, और इस घटना ने हर वर्ग को प्रभावित किया है।

