ऑपरेशन सिन्दूर में वीरता दिखाने वाले जवान भोलानाथ घोष का मेदिनीपुर में भव्य स्वागत






मेदिनीपुर: देश की रक्षा में दिन-रात तैनात भारतीय सेना के जवान जब किसी विशेष अभियान से लौटते हैं, तो उनका स्वागत पूरे गर्व और सम्मान के साथ किया जाता है। ऐसा ही एक भावुक क्षण हाल ही में पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर स्टेशन पर देखने को मिला, जब राजपुत रेजीमेंट के कांस्टेबल भोलानाथ घोष “ऑपरेशन सिन्दूर” में हिस्सा लेने के बाद अपने घर लौटे।




ऑपरेशन सिन्दूर एक महत्वपूर्ण सैन्य अभियान था जिसमें देश की सुरक्षा के लिए अत्यधिक जोखिम और चुनौतीपूर्ण स्थितियों में भारतीय सेना ने सफलता हासिल की। इस अभियान में भाग लेने वाले कांस्टेबल भोलानाथ घोष जब अवकाश लेकर अपने पैतृक स्थान लौटे, तो मेदिनीपुर रेलवे स्टेशन पर स्थानीय लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया।

स्टेशन पर उनका स्वागत फूल-मालाओं, जयकारों और ढोल-नगाड़ों के साथ किया गया। लोग भारी संख्या में स्टेशन पर मौजूद थे, जिनमें युवा, बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे शामिल थे। जैसे ही भोलानाथ घोष ट्रेन से उतरे, चारों ओर से “भारत माता की जय” और “जय हिन्द” के नारे गूंजने लगे।

उनकी बहादुरी और देशसेवा के लिए उपस्थित जनसमूह ने उनका तहे दिल से सम्मान किया। वह खुद इस अभूतपूर्व स्वागत को देखकर भावुक हो गए। जब उन्होंने मंच से कुछ शब्द कहने की कोशिश की, तो उनका गला भर आया और आंखों से आंसू छलक पड़े। उन्होंने कहा कि यह सम्मान उनके लिए जीवन का सबसे बड़ा पुरस्कार है और यह पल वह कभी नहीं भूल पाएंगे।
भोलानाथ घोष की यह वापसी केवल एक सैनिक की घर वापसी नहीं थी, बल्कि यह उस जज़्बे की मिसाल थी जो हर भारतीय सैनिक अपने दिल में लिए देश की सेवा करता है। यह दृश्य देखकर यह साफ हो गया कि देश के नागरिक अपने सैनिकों के प्रति कितने आभारी हैं।
इस अवसर पर कई स्थानीय संगठनों और स्वयंसेवकों ने भी हिस्सा लिया और उन्हें पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह भेंट किए।
देशभक्ति से ओतप्रोत यह आयोजन न केवल भोलानाथ घोष के लिए गर्व का क्षण था, बल्कि पूरे मेदिनीपुर के लिए भी एक प्रेरणादायक उदाहरण बन गया।
