खड़गपुर में डीआरएम व एडीआरएम के तबादले की मांग को लेकर तृणमूल कांग्रेस का विशाल प्रदर्शन, जनसभा में गरजे नेता








पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में रेलवे प्रशासन के खिलाफ जनता का आक्रोश बुधवार को खुलकर सामने आया जब तृणमूल कांग्रेस और खड़गपुर बस्ती बचाओ संघर्ष समिति के नेतृत्व में हजारों की संख्या में लोगों ने एक विशाल जुलूस निकाला और जनसभा का आयोजन किया। प्रदर्शनकारी खड़गपुर रेल मंडल के डीआरएम (डिविजनल रेलवे मैनेजर) और एडीआरएम (असिस्टेंट डिविजनल रेलवे मैनेजर) के तत्काल तबादले की मांग कर रहे थे।

इस जन आंदोलन की शुरुआत शाम 5 बजे वार्ड संख्या 27 के फाटक क्षेत्र से हुई, जो खड़गपुर रेल मंडल कार्यालय तक निकाली गई। आंदोलनकारियों ने रेलवे अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए, जिसमें कहा गया कि वर्तमान डीआरएम और एडीआरएम आम जनता की समस्याओं को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं, जिससे नागरिकों में भारी असंतोष व्याप्त है।

जनसभा में नेताओं ने स्पष्ट रूप से कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को स्थिति से अवगत कराया जाएगा और जब तक दोषी अधिकारियों का तबादला नहीं किया जाता, यह आंदोलन जारी रहेगा।
सभा को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा, “खड़गपुर रेलवे मंडल में तैनात डीआरएम और एडीआरएम जनता की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। रेल से जुड़े तमाम मामलों में मनमानी और भ्रष्टाचार की शिकायतें हैं, लेकिन उस पर कोई सुनवाई नहीं हो रही। ऐसे अधिकारी केवल अधिकारियों के हितों के लिए काम कर रहे हैं, आम जनता के लिए नहीं।”
तृणमूल कांग्रेस ने प्रशासन पर दबाव बनाते हुए कहा कि यदि अविलंब कार्रवाई नहीं हुई तो पार्टी राज्य स्तर पर आंदोलन को और व्यापक बनाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस बात की पूरी जानकारी दी जाएगी कि किस प्रकार से रेल मंडल में अफसरशाही चरम पर है और लोगों की आवाज को दबाया जा रहा है।
जनसभा के अंत में अहमदाबाद विमान हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।
इस जुलूस में आम नागरिकों के अलावा कई सामाजिक संगठनों, युवाओं और व्यापारियों ने भी भाग लिया। लोग अपने हाथों में बैनर, पोस्टर और तख्तियाँ लेकर रेलवे प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।