मानहानि के आरोप में वकील ललित जॉयसवाल








खड़गपुर: खड़गपुर में एक बार फिर सियासी गरमाहट तेज हो गई है। वामपंथी नेता अनिल दास द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के खिलाफ स्थानीय अधिवक्ता ललित जॉयसवाल ने कड़ा जवाब दिया है। शनिवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ललित जॉयसवाल ने साफ कहा कि वे अनिल दास के अपमानजनक और झूठे बयानों के खिलाफ सोमवार को कोर्ट में मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।

गौरतलब है कि अनिल दास ने मीडिया से कहा था कि उन्हें फंसाने के पीछे एक उद्योग समूह, पुलिस के कुछ अधिकारियों और वकील ललित जॉयसवाल की मिलीभगत है। उन्होंने यहां तक दावा किया कि जॉयसवाल का वकालत प्रमाणपत्र फर्जी है।

इन आरोपों को खारिज करते हुए ललित जॉयसवाल ने कहा, “मैं 1991 से वकालत कर रहा हूं। मेरे ऊपर पहले भी कई बार आरोप लगे, लेकिन हर बार जांच में मुझे निर्दोष पाया गया है। अनिल दास के बयान ने मेरी प्रतिष्ठा और पेशे को ठेस पहुंचाई है।”
उन्होंने आगे कहा, “अनिल दास अब मानसिक संतुलन खो चुके हैं। कभी पुलिस को, कभी रेशमी को, तो कभी मुझे ही दोषी ठहरा रहे हैं। इस तरह के बेबुनियाद आरोप समाज को गुमराह कर रहे हैं।”
अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा, “मैंने सिर्फ तृणमूल नेत्री बेबी कोल की जमानत के लिए सेशन कोर्ट में आवेदन किया है। इसका मेरे प्रमाणपत्र से कोई लेना-देना नहीं है।”
ललित जॉयसवाल ने दो टूक कहा, “अगर बेबी कोल को गिरफ्तार किया जाता है, तो अनिल दास के खिलाफ भी समान कार्रवाई होनी चाहिए। कानून सबके लिए बराबर है।”
इस पूरे मामले को लेकर खड़गपुर में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। अब सभी की नजरें कोर्ट की अगली कार्यवाही पर टिकी हैं।