21 जुलाई रैली: तृणमूल कार्यकर्ताओं के लिए अब नहीं “डिम-भात”, पूर्व मेदिनीपुर से आने वालों को परोसा जाएगा “चिकन-भात”






तृणमूल कांग्रेस की 21 जुलाई की शहीद दिवस रैली के लिए इस बार खास तैयारियां की जा रही हैं। खासकर पूर्व मेदिनीपुर जिला से आने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के लिए खाने की व्यवस्था में बदलाव किया गया है। जहां पहले सिर्फ डिम-भात (अंडा-चावल) दिया जाता था, वहीं इस बार चिकन-भात मेनू में जोड़ा गया है।




🍛 भोजन में बदलाव की प्रमुख बातें:

इस साल तृणमूल कांग्रेस ने तय किया है कि अपने समर्थकों को सिर्फ अंडा-चावल नहीं, बल्कि गर्म चिकन करी और चावल दिया जाएगा।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, पूर्व मेदिनीपुर से करीब एक लाख कार्यकर्ता कोलकाता के धर्मतला में होने वाली रैली में भाग लेने के लिए भेजे जाएंगे।
इसके लिए 800 से अधिक बसें बुक की गई हैं। कार्यकर्ताओं को रवाना होने से पहले उनके ब्लॉक स्तर पर भोजन कराया जाएगा।
🐔 व्यवस्था और तैयारी:
महिषादल ब्लॉक तृणमूल अध्यक्ष छबिलाल मैती ने बताया कि “हमारे कार्यकर्ता অনেক কष्ट করে 21 जुलाई को जाते हैं। उनके लिए गरमा-गरम चावल, आलू भुजिया, चिकन करी और चटनी का इंतज़ाम किया गया है।”
एक स्थानीय आपूर्तिकर्ता मुफिजुल खान को लगभग 500 किलोग्राम चिकन की आपूर्ति का ऑर्डर दिया गया है।
🗣️ राजनीतिक प्रतिक्रिया:
इस भव्य भोजन व्यवस्था को लेकर विपक्ष ने तंज कसना शुरू कर दिया है। भाजपा नेता तपन बंद्योपाध्याय ने कहा, “मटन-चिकन खिला कर जनता को बहलाया नहीं जा सकता। यह तृणमूल की आखिरी 21 जुलाई रैली होगी। 2026 का चुनाव इसका जवाब देगा।”
🔍 पृष्ठभूमि:
21 जुलाई को तृणमूल कांग्रेस हर साल ‘शहीद दिवस’ मनाती है, जिसमें राज्यभर से लाखों समर्थक कोलकाता पहुंचते हैं। रैली के दिन कार्यकर्ताओं की सुविधा और मनोबल के लिए भोजन की व्यवस्था की जाती है।
निष्कर्ष
इस बार की 21 जुलाई रैली सिर्फ राजनीतिक रणनीतियों और नारों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि चिकन-भात जैसी व्यवस्थाएं भी चर्चा में रहेंगी। तृणमूल कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को साधने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है, वहीं विपक्ष इसे दिखावा और वोट बैंक की राजनीति करार दे रहा है।
