बारिश से खड़गपुर हुआ जलमग्न, गरज के साथ बारिश के आसार






लगातार हो रही भारी बारिश के कारण खड़गपुर के की इलाके जलमग्न हो गए हैं। वार्ड ४ में जलजमाव से लोग परेशान हैं।




कंसाबती नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुँच चुका है। नदी पर बने अस्थायी बाँस के पुल बह जाने से स्थानीय लोगों के लिए नदी पार करना बेहद जोखिम भरा हो गया है। हाल ही में एक छोटा वाहन नदी पार करते समय बह गया, सौभाग्यवश चालक समय रहते बाहर निकल आया, लेकिन इसके बाद प्रशासन ने उस रूट पर आवाजाही रोक दी है।

पांशकुडा क्षेत्र के कई गांव — जैसे माइशोरा, प्रतापपुर और चैतन्यपुर — अब लगभग कट गए हैं। स्कूल जाने वाले बच्चे, कामकाजी लोग, किसान और व्यापारी—सभी को वैकल्पिक लंबा रास्ता पकड़ना पड़ रहा है, जिससे समय और खर्च दोनों में बढ़ोतरी हो रही है।
स्थानीय निवासियों की लंबे समय से मांग रही है कि इस नदी पर एक मजबूत कंक्रीट का पुल बनाया जाए। माइशोरा गांव के एक निवासी ने बताया कि पहले छह स्थानों पर बाँस के पुल बने हुए थे, लेकिन हालिया बारिश में वे सभी बह गए। अब लोगों के पास सुरक्षित आवागमन का कोई साधन नहीं है।
इसी तरह डोमघाट क्षेत्र के एक शिक्षक ने बताया कि हर साल बारिश के समय यहाँ का बाँस का पुल टूट जाता है। इसके जरिए हजारों लोग रोज़ाना आवागमन करते हैं। स्थायी पुल की मांग अब ज़रूरत बन गई है, न कि सिर्फ एक विकल्प।
स्थानीय पंचायत समिति के एक पदाधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में जलस्तर की निगरानी की जा रही है और लोगों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है। हालांकि, आम लोगों की उम्मीद है कि केवल चेतावनी नहीं, अब ठोस कदम उठाने का समय आ गया है।
आगे की राह:
नदी पार करने के लिए कोई स्थायी संरचना न होने से ग्रामीणों को हर साल भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
अब आवश्यकता है कि संबंधित विभाग तत्काल सर्वे कर इस स्थान पर कंक्रीट पुल निर्माण की योजना को अमल में लाए।
गुरुवार (10 जुलाई): दोपहर में हल्की बारिश के साथ बादलों की मौजूदगी।
शुक्रवार (11 जुलाई): सुबह से दोपहर तक बारिश और गरज की आशंका।
शनिवार (12 जुलाई): सुबह हल्की बारिश, दोपहर में फिर से हल्की फुहारें।
रविवार (13 जुलाई): सुबह एक-दो बार बारिश, फिर दोपहर में हल्की वर्षा।
विशेष सुझाव:
लगातार बादल और बारिश की संभावना को देखते हुए नागरिकों को छाता या रेनकोट साथ रखने की सलाह दी जाती है।
सड़कें गीली और फिसलन भरी हो सकती हैं, इसलिए वाहन चालकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
गर्मी और नमी दोनों अधिक रहने की संभावना है, अतः खुद को हाइड्रेटेड रखें और अधिक पानी पिएं।
अनुमान है कि खड़गपुर के साथ-साथ पश्चिम मेदिनीपुर के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह का मौसम बना रह सकता है। मौसम से जुड़ी और जानकारी के लिए जुड़े रहें।
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