वायरल वीडियो को लेकर साइबर सेल में शिकायत, सख्त कार्रवाई की मांग की दिलीप ने
खड़गपुर, 26 जुलाई: बीजेपी नेता दिलीप घोष ने शनिवार को खड़गपुर दौरे पर पहुंचने के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक कथित वीडियो को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने इस वीडियो को “चरित्र हनन की नापाक कोशिश” बताते हुए कहा कि वे इसे लेकर पहले ही साइबर सेल में शिकायत दर्ज करा चुके हैं और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
दिलीप घोष ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “काफी दिनों से मुझे बदनाम करने की कोशिशें हो रही थीं। कोई कह रहा था कि मैं पार्टी छोड़ दूंगा, कोई कह रहा था कि दूसरी पार्टी में जाऊंगा। लेकिन इस तरह का घटिया वीडियो बनाकर मेरा नाम जोड़ा जाना अब तक की सबसे शर्मनाक हरकत है। ये वीडियो लोगों को गुमराह करने और मेरी छवि खराब करने के लिए बनाया गया है।”
उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि इस वीडियो के पीछे जिन लोगों का हाथ है, उनकी पूरी जांच होनी चाहिए। घोष ने कहा, “मैंने साइबर सेल को लिखित शिकायत दी है और बताया है कि इस वीडियो का मालिक कौन है, किसने इसे फैलाया और क्यों फैलाया – इन सबकी जांच होनी चाहिए। जिन लोगों ने इसे फैलाया है, उन्हें कानून के सामने पेश किया जाना चाहिए।”
बीजेपी नेता ने सरकार और पुलिस प्रशासन से सख्त लहजे में अपील की कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए। उन्होंने कहा, “अगर सरकार इसे गंभीरता से नहीं लेती, तो मैं कोर्ट का रुख करूंगा। आज मेरे नाम से चरित्र हनन हो रहा है, कल किसी और के साथ भी ऐसा हो सकता है। इस गंदी राजनीति पर रोक लगनी चाहिए।”
दिलीप घोष ने यह भी याद दिलाया कि पहले भी बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को इस तरह की साजिशों का शिकार होना पड़ा है। उन्होंने कहा, “तीन-चार साल पहले हमारे कुछ वरिष्ठ नेताओं पर भी महिलाओं के जरिए झूठे आरोप लगाए गए थे। यहां तक कि साधु-संतों पर भी चरित्र हनन की कोशिशें की गईं। जनता सब जानती है, भरोसा ऐसे झूठे प्रचार पर नहीं करती, लेकिन इस तरह के घटिया कामों से राजनीति का स्तर लगातार गिरता है।”
वीडियो विवाद के बीच दिलीप घोष का यह बयान बंगाल की राजनीति में नई हलचल पैदा कर रहा है। उन्होंने साफ किया कि वे दोषियों को सजा दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे और जरूरत पड़ी तो अदालत का दरवाजा भी खटखटाएंगे।