भारत परमाणु ब्लैकमेल के जाल में नहीं फंसेगा’ — एस. जयशंकर का सख्त संदेश






दुनिया भर से बढ़ते कूटनीतिक दबाव और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हालिया टिप्पणियों के बीच, भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने स्पष्ट और सख्त शब्दों में संदेश दिया कि “भारत किसी भी परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा।”




हाल के दिनों में अंतरराष्ट्रीय मंच पर कुछ देशों की ओर से भारत को लेकर अप्रत्यक्ष परमाणु धमकियों के संकेत मिले हैं। इस संदर्भ में जयशंकर ने दो टूक कहा, “भारत की सुरक्षा, संप्रभुता और राष्ट्रीय हितों को चुनौती दी गई तो हम उसका मुंहतोड़ जवाब देंगे। धमकी या दबाव हमारी नीतियों को प्रभावित नहीं कर सकता।”

डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत की रणनीतिक स्थिति पर की गई टिप्पणी को खारिज करते हुए जयशंकर ने कहा, “दुनिया में कौन क्या कह रहा है, उस पर भारत के फैसले निर्भर नहीं करते। हमारी नीति स्पष्ट है और यह पूरी तरह राष्ट्रीय हितों पर आधारित है।”
जयशंकर का यह बयान ऐसे समय आया है जब वैश्विक स्तर पर सैन्य तनाव और परमाणु धमकियों का माहौल बना हुआ है।
भारत हमेशा एक शांतिप्रिय और जिम्मेदार परमाणु शक्ति के रूप में विश्व मंच पर अपनी भूमिका निभाता आया है। विदेश मंत्री का यह संदेश उसी नीति की पुष्टि करता है, जिसमें भारत वैश्विक शांति और क्षेत्रीय स्थिरता के पक्ष में मजबूती से खड़ा है।
