December 5, 2025

घाटाल-केशपुर क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात: राज्य सरकार और प्रशासन की सतर्क निगरानी

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पश्चिम मेदिनीपुर ज़िले के घाटाल, केशपुर, चंद्रकोणा और आसपास के इलाकों में लगातार बारिश और जलाशयों से छोड़े गए अतिरिक्त पानी के कारण बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। राज्य सरकार, सिंचाई विभाग और ज़िला प्रशासन की ओर से हालात पर नियंत्रण के लिए कई सक्रिय कदम उठाए जा रहे हैं। राज्य के सिंचाई मंत्री मानस रंजन ने जानकारी दी है कि बीते दो महीनों में वे 17 बार इस क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं और स्थिति पर व्यक्तिगत रूप से नज़र बनाए हुए हैं।

मंत्री ने कहा, “पिछले कुछ दिनों से पश्चिम मेदिनीपुर के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। साथ ही झारखंड, बाँकुड़ा और पुरुलिया जैसे इलाकों से आने वाले जलस्रोतों से भी अतिरिक्त पानी आ रहा है। मैथन, पांचीट, तेनुघाट और दुर्गापुर बैराज से अचानक भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से स्थिति और अधिक गंभीर हो गई है।”

प्रशासन की ओर से चंद्रकोणा, केशपुर, दासपुर सहित कई इलाकों में पहले ही अलर्ट जारी कर दिया गया है। कुछ क्षेत्रों में नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है। इसके चलते प्रशासन सतत निगरानी कर रहा है और सभी एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं।

ज़िला प्रशासन और सिंचाई विभाग के इंजीनियर लगातार क्षेत्र में जाकर स्थिति का जायज़ा ले रहे हैं। ज़िलाधिकारी (डीएम), पुलिस अधीक्षक (एसपी), अतिरिक्त एसपी समेत सभी विभागीय अधिकारी मैदान में सक्रिय हैं। चंद्रकोणा, केशपुर और दासपुर क्षेत्रों में मेडिकल कैंप, राहत शिविर और सामुदायिक रसोई की व्यवस्था की गई है। कुछ गांवों में पानी घुसने के कारण कई परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बार-बार केंद्र और अन्य राज्यों से अपील की है कि जल छोड़ने से पहले पश्चिम बंगाल सरकार से समन्वय स्थापित करें। उन्होंने कहा, “हम प्रकृति को रोक नहीं सकते, लेकिन लोगों को तकलीफ़ न हो, इसके लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे। मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि एक भी व्यक्ति राहत से वंचित न रहे।”

ज़िले में कंट्रोल रूम खोला गया है – फोन नंबर 8348483893, जहाँ किसी भी समस्या के लिए संपर्क किया जा सकता है। हर ब्लॉक और अनुमंडल स्तर पर भी कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं।

मंत्री ने यह भी कहा, “अगर पानी और बढ़ता है, तो हम 30 से 40 मिनट के भीतर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचा देंगे।” केशपुर इलाके में कुछ लोगों को पहले ही शिफ्ट किया गया है। कुछ जगहों पर नदी के बांध को नुकसान हुआ है, लेकिन उसकी मरम्मत का काम तेज़ी से चल रहा है।

राज्य सरकार की ओर से फिलहाल घबराने की कोई बात नहीं बताई गई है, लेकिन सभी नागरिकों से सतर्क और सावधान रहने की अपील की गई है।

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