देश में पीड़ित बंगालियों के समर्थन में तृणमूल, संसद में अभिषेक के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन






देश के विभिन्न हिस्सों में रह रहे बंगालियों के साथ बार-बार हो रहे भेदभाव और हमलों के मुद्दे को सामने रखकर तृणमूल कांग्रेस ने संसद में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में संसद भवन के बाहर यह विशेष प्रदर्शन आयोजित किया गया।




प्रदर्शन में तृणमूल के सांसदों ने बंगालियों पर हो रहे अत्याचार, भाषायी और सांस्कृतिक भेदभाव, तथा एनआरसी-सीएए को लेकर केंद्र सरकार की नीतियों की तीखी आलोचना की। अभिषेक बनर्जी ने कहा, “बंगाली भाषा, संस्कृति और लोगों के अधिकार आज संकट में हैं। हम इस अन्याय के खिलाफ चुप नहीं बैठेंगे। संसद के अंदर और बाहर हमारा विरोध जारी रहेगा।”

इस विरोध कार्यक्रम में डेरेक ओ’ब्रायन, सुखेंदु शेखर रॉय, काकली घोष दस्तीदार, महुआ मोइत्रा सहित कई सांसद शामिल हुए। उनके हाथों में तख्तियाँ और बैनर थे, जिन पर लिखा था — “बंगाल का अपमान नहीं सहेगा भारत”, “बंगालियों पर हमला बंद करो”, “हमें गर्व है कि हम बंगाली हैं।”
तृणमूल नेतृत्व का आरोप है कि देश के कई राज्यों, विशेषकर असम, दिल्ली और कर्नाटक में बंगालियों के साथ अन्याय हो रहा है। भाषायी भेदभाव के साथ-साथ सामाजिक उत्पीड़न की घटनाएं भी बढ़ रही हैं। ऐसे हालात में तृणमूल कांग्रेस ने संसद में आवाज उठाकर केंद्र को कड़ा संदेश दिया है।
