रश्मि कंपनी के खिलाफ जनजागरण समिति का विरोध सभा, प्रदूषण रोकने की जोरदार मांग






खड़गपुर में खड़गपुर जनजागरण समिति ने एक बार फिर रश्मि कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोला। आज दोपहर 3 बजे राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे, रश्मि कंपनी के कारखाने के पास एक विरोध सभा आयोजित की गई।




हाल ही में रश्मि कंपनी ने जनजागरण समिति के खिलाफ हाईकोर्ट में रिट पिटिशन दायर कर क्रिमिनल केस दर्ज करने की मांग की थी। लेकिन अदालत के फैसले में यह आरोप झूठा साबित हुआ। इसी फैसले के बाद यह समिति की पहली सभा थी। हाईकोर्ट के इस फैसले को ‘बड़ी जीत’ बताते हुए समिति ने साफ कहा कि आने वाले दिनों में लाल सूची में दर्ज इस कारखाने के खिलाफ आंदोलन और तेज किया जाएगा।

वालिपुर मौजा में रश्मि कंपनी जिस ‘लाल सूची’ वाले कारखाने को शुरू करने की कोशिश कर रही है, वह विद्यासागरपुर, पांचबेड़िया और भवानीपुर जैसे घनी आबादी वाले इलाकों के बिलकुल पास है। स्थानीय लोगों को आशंका है कि अगर यह कारखाना चालू हुआ तो भारी प्रदूषण से आँख, त्वचा, फेफड़े और हृदय रोगों के साथ-साथ कैंसर का खतरा भी कई गुना बढ़ जाएगा। इसके अलावा कारखाने के कारण गंदा पानी जमा होने से जलजनित बीमारियों के फैलने की भी संभावना जताई गई।
सभा से कई बड़े मुद्दों पर माँग उठी –
1️⃣ स्थानीय बरकोला ग्राम पंचायत द्वारा दिए गए ट्रेड लाइसेंस का विरोध।
2️⃣ राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा दी गई अनुमति के खिलाफ आवाज उठाना।
3️⃣ खड़गपुर म्युनिसिपालिटी की चुप्पी तोड़ने के लिए आंदोलन को तेज करना।
4️⃣ जनप्रतिनिधियों से हस्तक्षेप की मांग, ताकि सरकार यह अनुमति वापस ले।
5️⃣ अंत में, राज्य सरकार से गुजारिश – ‘जानलेवा कारखाने’ की अनुमति रद्द की जाए।
सभा में जनजागरण समिति के अध्यक्ष मेहबूब अली, सचिव असलम अहमद, काउंसलर मधु कामी, राधापद दास, सोयेल राजा, बिलकिस खानम, सौपर्णा चक्रवर्ती, शेख इमरान, मुदेस्वर आरिफ, देवाशीष दे, अनिल दास, हबीबुर रहमान, आसिफ चाचा समेत कई नेताओं ने भाषण दिया।
जनजागरण समिति ने साफ चेतावनी दी कि रश्मि कंपनी के खिलाफ उनका आंदोलन रुकेगा नहीं। अदालत से लेकर सड़कों तक संघर्ष जारी रहेगा, ताकि लाल सूची वाला यह कारखाना बंद हो सके और खड़गपुर के लोग प्रदूषण के खतरे से मुक्त रह सकें।
