December 5, 2025

प्राथमिक स्कूल शिक्षक पर जानलेवा हमला, चला धारदार हथियार, आरोपी फरार

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पश्चिम बंगाल के पूर्व मिदनापुर ज़िले के भगवानपुर थाना क्षेत्र में सोमवार दोपहर एक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक पर जानलेवा हमला हुआ। यह घटना शुभकुल गाँव के समीप घटी, जहाँ शिक्षक स्कूल जा रहे थे। अचानक ही एक युवक ने उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। इस हमले में शिक्षक का हाथ गंभीर रूप से घायल हो गया और उनकी जान भी खतरे में पड़ गई। वर्तमान में घायल शिक्षक को कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनकी हालत नाज़ुक बताई जा रही है।

घटना का विवरण:

स्थानीय सूत्रों के अनुसार, सोमवार दोपहर लगभग एक बजे शिक्षक विद्यालय की ओर जा रहे थे। रास्ते में घात लगाए बैठे एक युवक ने उन पर हमला बोल दिया। आरोपी के पास धारदार हथियार था और उसने सीधा उनके गले पर वार करने की कोशिश की। शिक्षक ने किसी तरह से अपनी जान बचाने के लिए हाथ आगे कर दिया। इसी दौरान हथियार का वार उनके कलाई के हिस्से पर लगा, जिससे हाथ कटकर अलग हो गया। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। आसपास मौजूद लोग तुरंत घायल शिक्षक को पहले भगवानपुर ग्रामीण अस्पताल ले गए, लेकिन स्थिति गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने उन्हें तुरंत कोलकाता रेफर कर दिया।

हमले के पीछे की पृष्ठभूमि:

पुलिस जांच में सामने आया है कि इस हमले की जड़ें चार साल पुरानी हैं। दरअसल, शिक्षक की नाबालिग बेटी लगभग चार वर्ष पहले अचानक लापता हो गई थी। उस समय परिवार ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।  पुलिस ने उसे परिवार के सुपुर्द कर दिया। हालांकि शिक्षक ने बाद में मामले को वापस ले लिया था, लेकिन बताया जा रहा है कि आरोपी युवक को यह शिकायत नागवार गुज़री। इसी कारण वह लंबे समय से गुस्से में था और सोमवार को उसने इसका बदला लेने के लिए शिक्षक पर हमला कर दिया।

पुलिस की कार्रवाई:

भगवानपुर थाने की पुलिस ने घटनास्थल से खून से सना धारदार हथियार और शिक्षक का कटे हुए हाथ का हिस्सा बरामद किया है। फिलहाल आरोपी नंद मुड़ा फरार है और उसकी तलाश में पुलिस की कई टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बहुत जल्द आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

भगवानपुर थाने के अधिकारी शाहेंशा हक़ ने बताया कि आरोपी पर धारा 307 (हत्या की कोशिश) समेत कई गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। साथ ही इलाके में तनाव की स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

ग्रामीणों में आक्रोश और दहशत:

इस हमले की खबर जैसे ही फैली, पूरे गाँव और आसपास के क्षेत्रों में आक्रोश और दहशत फैल गई। ग्रामीणों का कहना है कि जिस शिक्षक ने हमेशा बच्चों को पढ़ाने और समाज को आगे बढ़ाने का काम किया, उन्हीं पर इस तरह का हमला बेहद शर्मनाक है। कई ग्रामीणों ने आरोपी को तुरंत पकड़ने और कड़ी सज़ा देने की मांग की है।

चिकित्सकों की राय:

एसएसकेएम अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि शिक्षक के हाथ को फिर से जोड़ने की कोशिश की जा रही है, लेकिन उनकी हालत नाज़ुक है। अत्यधिक खून बह जाने के कारण उन्हें अभी गहन चिकित्सा कक्ष (ICU) में रखा गया है।

निष्कर्ष:

यह घटना न केवल पूर्व मिदनापुर बल्कि पूरे राज्य के लिए एक गंभीर चेतावनी है। एक साधारण शिक्षक, जो समाज के भविष्य को गढ़ने का काम करता है, उसे निजी दुश्मनी का शिकार बनाकर इस तरह घायल करना कानून और मानवता दोनों के खिलाफ है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा और उसे सख्त सज़ा दिलाई जाएगी।

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