दक्षिण बंगाल सहित बंगाल में सितंबर माह में मानसून का हाल
दक्षिण पश्चिम बंगाल, जिसमें दुर्गापुर, कोलकाता व अन्य जिले आते हैं, सितंबर के पहले पंद्रह दिनों में आमतौर पर शारदीय (अस्थिर) मौसम का अनुभव करता है। इस दौरान नील आकाश में गुच्छेदार बादल रहते हैं, कभी-कभार गरज-बिजली के साथ मध्यम से भारी वर्षा होती है।
इसी अवधि में, इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) के पूर्वानुमान के अनुसार:
29 अगस्त से 4 सितंबर तक दक्षिण बंगाल में हल्की से मध्यम वर्षा तथा कुछ स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं।
5 से 11 सितंबर तक पूरे बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश बनी रह सकती है और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा संभव है।
15 से 30 सितंबर (आख़िरी पंद्रह दिन) का मौसम:
बंगाल की खाड़ी में इस अवधि के दौरान कई बार निम्न दबाव (Low Pressure) या डिप्रेशन बनने की संभावना रहती है।
मध्यम से भारी वर्षा दक्षिण बंगाल में जारी रह सकती है, विशेषकर कोलकाता, हावड़ा, हुगली, दक्षिण 24 परगना और मिदनापुर क्षेत्र में।
लगातार बारिश से स्थानीय जलभराव (Waterlogging) और नदियों के जलस्तर में वृद्धि की स्थिति बन सकती है।
तटीय इलाकों में समुद्र की लहरें ऊँची उठने और मछुआरों को चेतावनी जारी होने की संभावना भी रहती है।
उत्तर बंगाल (दार्जिलिंग, अलीपुरद्वार, जलपाईगुड़ी) में भी पहाड़ी बारिश और भूस्खलन (Landslide) का ख़तरा बढ़ जाता है।
तापमान की स्थिति (दुर्गापुर व आसपास):
पहले पखवाड़े में अधिकतम तापमान 31–32 °C और न्यूनतम 25–26 °C रहता है।
आख़िरी पखवाड़े में बारिश अधिक होने से तापमान में हल्की गिरावट आती है और यह लगभग 29–30 °C तक रह सकता है।
सितंबर 2025 का संक्षिप्त मौसम सारणी:
अवधि मौसम की स्थिति तापमान (लगभग)-
1–15 सितंबर अस्थिर आकाश, गुच्छेदार बादल, गरज-बिजली और बिखरी बारिश 31–32 °C / 25–26 °C
16–30 सितंबर भारी वर्षा, निम्न दबाव व डिप्रेशन की संभावना, जलभराव और तटीय चेतावनी 29–30 °C / 24–25 °C
निष्कर्ष:
सितंबर माह में दक्षिण बंगाल से मानसून की विदाई नहीं होगी। पहले पखवाड़े में मौसम शारदीय रंग लिए होगा, जबकि आख़िरी पखवाड़े में बारिश और समुद्री प्रभाव बढ़ने की पूरी संभावना है। कोलकाता और मिदनापुर क्षेत्र में जलभराव व अवरोध जैसी स्थिति बन सकती है, वहीं उत्तर बंगाल में पहाड़ी बारिश और भूस्खलन का खतरा रहेगा।