चलती ट्रेन में प्रसव पीड़ा, सहयात्रियों और आरपीएफ की तत्परता से बची माँ और नवजात






शुक्रवार तड़के गुवाहाटी एक्सप्रेस में एक चौंकाने वाली घटना घटी। असम की 21 वर्षीय साहा बानू, जो नौ महीने की गर्भवती थीं, अचानक प्रसव पीड़ा से कराह उठीं। बेंगलुरु से वह अपने भाई मियांनुर इस्लाम के साथ ट्रेन में चढ़ी थीं। उनका गंतव्य था असम का न्यू बोंगाईगांव स्टेशन।




ट्रेन के बालेश्वर स्टेशन पार करते ही साहा को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। तुरंत ही भाई ने टीटीई को इसकी सूचना दी। इसके बाद आरपीएफ कर्मियों और कंट्रोल रूम से संपर्क किया गया। कंट्रोल रूम से निर्देश आया कि ट्रेन को बेल्दा स्टेशन पर रोक कर प्रसूता को अस्पताल पहुँचाया जाए।

लेकिन ट्रेन बेल्दा पहुँचने से पहले ही साहा ने एक स्वस्थ कन्या को जन्म दिया। इस दौरान सहयात्रियों ने मदद का हाथ बढ़ाया। बाद में जब ट्रेन बेल्दा स्टेशन पहुँची तो माँ और नवजात को बेल्दा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ले जाया गया।
अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि माँ और बच्ची दोनों स्वस्थ हैं और उन्हें फिलहाल निगरानी में रखा गया है। यात्रियों के सहयोग और आरपीएफ की त्वरित कार्रवाई से माँ की जान और नवजात की सुरक्षा सुनिश्चित हुई।
