श्रीनगर एयरपोर्ट पर सेना अधिकारी के हमले में SpiceJet के 4 कर्मचारी गंभीर रूप से घायल






घटना का सार:




आरोपी सेना अधिकारी ने विमान में ले जाने की अनुमति वाले 7 किलो हैंड बैगेज की जगह 16 किलो बैग लेकर बोर्डिंग करने की कोशिश की। SpiceJet कर्मचारियों ने उनसे एक्स्ट्रा बैगेज शुल्क चुकाने को कहा, लेकिन उन्होंने मना कर दिया और ज़बरदस्ती एयरोब्रिज में घुस गए।

CISF कर्मियों ने रोकने की कोशिश की, मगर आक्रोश थमा नहीं। अधिकारी ने चार SpiceJet ग्राउंड स्टाफ पर लात‑घूंसे और मुक्कों से हमला कर दिया। एक लोहे के साइनबोर्ड स्टैंड से भी वार किया गया।
कर्मचारियों की हालत:
एक कर्मचारी की रीढ़ की हड्डी टूट गई।
दूसरे का जबड़ा टूट गया।
तीसरे के नाक व चेहरे से खून बहने लगा और एक कर्मचारी बेहोश होकर ज़मीन पर गिर पड़ा, इसके बावजूद हमला जारी रहा।
सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां इलाज जारी है।
SpiceJet व प्रशासन की कार्रवाई:
SpiceJet ने FIR दर्ज कराई और अधिकारी के खिलाफ ‘मर्डरस असॉल्ट’ (मृत्युकारक हमला) का केस दर्ज किया गया।
अधिकारी का नाम नो‑फ्लाई लिस्ट में डालने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
इस घटना की CCTV फुटेज पुलिस को सौंप दी गई है।
प्रतिक्रियाएं व आगे की स्थिति
एयरपोर्ट सुरक्षा और सैनिक अनुशासन पर सवाल उठने लगे हैं।
भारतीय सेना ने कहा है कि वह इस घटना पर निगरानी कर रही है और मामले की जांच जारी है।
📝 निष्कर्ष:
श्रीनगर एयरपोर्ट पर अतिरिक्त कैबिन बैग शुल्क को लेकर शुरू हुए विवाद ने गंभीर हिंसा का रूप ले लिया। सेना अधिकारी द्वारा चार SpiceJet कर्मचारियों को निर्दयता से पीटने की घटना ने एयरपोर्ट की सुरक्षा व अनुशासन पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। SpiceJet और प्रशासन ने तुरंत FIR दर्ज कराई और घायलों को इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है।
🔍 अब उठते सवाल:
आरोपी अधिकारी पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी या नहीं?
एयरपोर्ट सुरक्षा व्यवस्था में क्या खामियां थीं?
चारों घायलों की तबीयत में कितना सुधार है?
