घाटाल–चंद्रकोना में बाढ़ का कहर: भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त






पश्चिम मिदनापुर जिले के घाटाल और चंद्रकोना इलाके में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी है। शिलाबती और कँठिया नदियाँ उफान पर हैं, जिससे कई निचले इलाकों में पानी भर गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में जनजीवन पूरी तरह ठप हो गया है।




बीते 24 घंटों से लगातार हो रही बारिश के कारण शिलाबती नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। कँठिया नदी में भी पानी का बहाव बेहद तेज़ है। घाटाल, पन्ना, महराजपुर और चंद्रकोना-1 ब्लॉक के कई गाँवों में पानी घुस चुका है।

स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को गंभीर मानते हुए अलर्ट जारी कर दिया है। प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए बचाव दल सक्रिय हैं। राहत शिविरों में भोजन, दवा और पीने के पानी की व्यवस्था की जा रही है।
मिट्टी के घरों में रह रहे लोगों को सबसे अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई परिवारों ने अपने मवेशी और जरूरी सामान ऊँचे स्थानों पर पहुँचाने शुरू कर दिए हैं। प्रशासन ने लोगों को नदी किनारे जाने और पानी में उतरने से मना किया है।
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों तक भारी वर्षा की संभावना बनी हुई है। इससे बाढ़ की स्थिति और बिगड़ सकती है। खेतों में खड़ी धान की फसलें डूबने की आशंका से किसानों की चिंता बढ़ गई है।
स्थानीय प्रशासन की ओर से माइकिंग कर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है। कंट्रोल रूम लगातार हालात पर नज़र रख रहा है और जरूरत पड़ने पर राहत सामग्री पहुँचाने की तैयारी जारी है।
