अवैध रूप से सौंपी गई 7 महीने की बच्ची रेस्क्यू, चाइल्ड हेल्पलाइन की बड़ी कार्रवाई





पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहाँ नियमों को ताक पर रखकर एक सात महीने की मासूम बच्ची का सौदा (हस्तांतरण) किया गया। जिले की ‘चाइल्ड हेल्पलाइन’ और स्थानीय प्रशासन ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए बच्ची को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया है।



क्या है पूरा मामला?

यह घटना गढ़बेटा-2 ब्लॉक के गोआलतोड़ थाना क्षेत्र के क्षुद्रकांटापाल गांव की है। जानकारी के अनुसार, बांकुड़ा जिले के ओंदा इलाके के एक दंपति की पहले से तीन बेटियां थीं। चौथी संतान के रूप में फिर से बेटी होने पर उन्होंने बच्ची को पालने के बजाय किसी और को देने का फैसला किया।
बताया जा रहा है कि बांकुड़ा के इस दंपति ने गोआलतोड़ के एक निःसंतान दंपति (बरकत अली खान और सुंदरी खान) को नियमों के खिलाफ जाकर केवल एक सफेद कागज पर लिखकर बच्ची सौंप दी थी। दोनों परिवार पहले से एक-दूसरे को जानते थे।
पड़ोसियों के शक से खुला राज
निःसंतान दंपति के घर अचानक एक छोटी बच्ची को देखकर स्थानीय लोगों को संदेह हुआ। ग्रामीणों ने इसकी सूचना जिला चाइल्ड हेल्पलाइन को दी। गुप्त सूचना मिलते ही गोआलतोड़ थाना पुलिस, गढ़बेटा-2 ब्लॉक प्रशासन और समाज कल्याण विभाग की टीम ने गांव में छापेमारी की। शुरुआत में दंपति ने बात को छुपाने की कोशिश की, लेकिन बाद में उन्होंने स्वीकार किया कि बच्ची को नियम विरुद्ध तरीके से लिया गया है।
प्रशासन की कार्रवाई
बच्ची को रेस्क्यू करने के बाद पुलिस हिरासत में लिया गया और उसकी प्राथमिक स्वास्थ्य जांच कराई गई। फिलहाल बच्ची को सरकारी ‘सा’ (SAA) होम में सुरक्षित रखा गया है।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी (DCPO) संदीप कुमार दास ने बताया कि प्रशासन इस बात की जांच कर रहा है कि इस हस्तांतरण के पीछे कोई वित्तीय लेन-देन हुआ था या नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि चाइल्ड हेल्पलाइन के जागरूकता अभियानों के कारण लोग अब ऐसे मामलों की तुरंत जानकारी दे रहे हैं। पुलिस ने घटना की पूर्ण जांच शुरू कर दी है ताकि बच्ची के सुरक्षित भविष्य को सुनिश्चित किया जा सके।
