मेदिनीपुर में किसानों का हंगामा, सड़क पर धान फेंककर किया विरोध प्रदर्शन
पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर में सरकारी खरीद केंद्रों पर धान का उचित मूल्य न मिलने और वजन में कटौती के विरोध में किसानों ने अनोखा प्रदर्शन किया। शनिवार को नाराज किसानों ने अपनी मेहनत से उपजाया धान सड़क पर फेंक दिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
क्या है पूरा मामला?
घटना गढ़बेता- श्रीनगर राज्य राजमार्ग के कृष्णपुर इलाके की है। स्थानीय किसानों का आरोप है कि ‘कृष्णपुर दुबराजगंज कृषि सहकारी समिति’ (Cooperative Society) में धान बेचने जाने पर उन्हें परेशान किया जा रहा है। किसानों के अनुसार, प्रति क्विंटल धान पर 8 से 10 किलोग्राम वजन यह कहकर काट लिया जा रहा है कि धान में नमी है या वह खराब है।
किसानों का दावा है कि उनका धान पूरी तरह सूखा और अच्छी गुणवत्ता का है, फिर भी बेवजह कटौती की जा रही है। उनका यह भी आरोप है कि सहकारी समिति सीधे किसानों से धान खरीदने के बजाय कोटे को पूरा करने के लिए बिचौलियों और आढ़तियों से धान खरीद रही है, जिससे असली किसानों को नुकसान हो रहा है।
यातायात हुआ ठप
विरोध स्वरूप किसानों ने राजमार्ग पर धान बिखेर दिया और रास्ता जाम कर दिया, जिससे काफी देर तक यातायात बाधित रहा। सूचना मिलने पर चंद्रकोना थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस द्वारा समस्या के समाधान का आश्वासन मिलने के बाद ही किसानों ने जाम खोला।
अधिकारियों का पक्ष
दूसरी ओर, सहकारी समिति के प्रबंधक आसिफ इकबाल सरकार ने इन आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा निर्धारित 2,369 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर ही धान खरीदा जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि केवल खराब गुणवत्ता वाले धान को ही वापस किया जा रहा है और सभी काम सरकारी नियमों के तहत हो रहे हैं।