खड़गपुर: सरकारी यात्री प्रतीक्षालय बन गया जूतों की दुकान, प्रशासन के फैसले पर मचा हड़कंप






पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां सरकारी संपत्ति के दुरुपयोग ने स्थानीय प्रशासन पर सवालिया निशान लगा दिए हैं। यहां पिंगला में यात्रियों की सुविधा के लिए बनाए गए एक सरकारी प्रतीक्षालय (Passenger Waiting Room) को जूतों की दुकान में तब्दील कर दिया गया है।




क्या है पूरा मामला?

प्राप्त जानकारी के अनुसार, पिंगला पंचायत समिति ने बस स्टैंड स्थित यात्री प्रतीक्षालय को एक निजी व्यापारी को किराए पर दे दिया है। अब वहां यात्रियों के बैठने की जगह जूतों की दुकान चल रही है। हैरानी की बात यह है कि सरकारी संपत्ति को मात्र 6,000 रुपये सालाना किराए पर लीज पर दिया गया है। इस घटना के सामने आने के बाद इलाके में चर्चाओं का बाजार गर्म है और स्थानीय लोग प्रशासन की जवाबदेही पर सवाल उठा रहे हैं।
पंचायत समिति की सफाई
इस अजीबोगरीब फैसले पर सफाई देते हुए पंचायत समिति के अधिकारियों ने तर्क दिया है कि प्रतीक्षालय का उपयोग यात्रियों द्वारा नहीं किया जा रहा था और यह बेकार पड़ा था। उन्होंने दावा किया कि इमारत की देखरेख और मरम्मत के लिए धन जुटाने के उद्देश्य से इसे किराए पर देने का निर्णय लिया गया। पंचायत समिति के अध्यक्ष ने यह भी कहा कि यदि यात्री प्रतीक्षालय का उपयोग करना चाहेंगे, तो सात दिनों के भीतर दुकान को वहां से हटा दिया जाएगा।
विधायक ने जताई नाराजगी, कार्रवाई का आश्वासन
मामला तूल पकड़ते ही स्थानीय विधायक अजीत माइती ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सरकारी प्रतीक्षालय को इस तरह व्यावसायिक उपयोग के लिए किराए पर नहीं दिया जा सकता। विधायक ने आश्वासन दिया है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करेंगे और प्रशासन से जवाब तलब करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि औपचारिक शिकायत दर्ज होती है, तो पुलिस की मदद से दुकान को हटाकर प्रतीक्षालय को पुनः यात्रियों के लिए बहाल किया जाएगा।
जनता में आक्रोश
सरकारी सुविधाओं का यह दुरुपयोग आम जनता के गले नहीं उतर रहा है। लोगों का कहना है कि यह केवल लापरवाही नहीं, बल्कि सार्वजनिक संपत्ति का खुला मजाक है। अब देखना यह है कि विधायक के हस्तक्षेप के बाद प्रशासन कितनी जल्दी अपनी गलती सुधारता है।
