ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवाद के खिलाफ भारत की अडिग नीति, बोले प्रधानमंत्री मोदी






नई दिल्ली: पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ भारत की सख्त नीति को एक बार फिर दोहराते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया, “अगर पाकिस्तान से कोई बातचीत होगी, तो वह केवल पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) को लेकर ही होगी। भारत का मत बिल्कुल साफ है – आतंक और वार्ता एक साथ नहीं चल सकते, आतंक और व्यापार एक साथ नहीं चल सकते, और खून और पानी भी एक साथ नहीं बह सकते।”




ऑपरेशन सिंदूर: एक साफ संदेश

‘ऑपरेशन सिंदूर’ अब सिर्फ एक सैन्य अभियान नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की दीर्घकालिक राष्ट्रीय नीति का प्रतीक बन चुका है। कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत के बाद भारत ने पाकिस्तान और PoK में मौजूद कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर सफल हमले किए।
“न्याय के लिए हमारी प्रतिज्ञा अटल है”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “जिन लोगों ने हमारी माताओं और बहनों के माथे से सिंदूर मिटा दिया, हमने उनके अड्डों को मिटा दिया। ऑपरेशन सिंदूर भारत की ओर से न्याय के लिए एक अटल प्रतिज्ञा है।” उन्होंने कहा, यह केवल प्रतिशोध नहीं, बल्कि देश के भविष्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने का कदम है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए भारत का संदेश
इस संबोधन के ज़रिए प्रधानमंत्री मोदी ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर यह स्पष्ट संदेश दिया कि भारत अब मूक दर्शक नहीं है। वह अपनी रक्षा खुद करने में पूरी तरह सक्षम है और आतंकवाद के खिलाफ किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगा।
निष्कर्ष
ऑपरेशन सिंदूर भारत की जनता के साहस, आत्मविश्वास और सरकार की ज़िम्मेदारी का प्रतीक बन गया है। प्रधानमंत्री मोदी की आवाज़ में हर नागरिक की पीड़ा और न्याय की मांग झलकी। यह है नए भारत की तस्वीर – जहाँ हर हमले का जवाब मिलेगा, वह भी पूरे दमखम और निडरता के साथ।
