एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह की अगुवाई में पाकिस्तान के 11 एयरबेस तबाह: ऑपरेशन ‘सिंदूर’ बना निर्णायक मोड़






13 मई 2025 — भारतीय वायुसेना ने हाल ही में एक अभूतपूर्व सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के 11 प्रमुख एयरबेस को निशाना बनाकर भारी तबाही मचाई। इस ऐतिहासिक ऑपरेशन का नेतृत्व एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने किया, जिन्होंने अपनी कुशल रणनीति और मजबूत नेतृत्व से इस अभियान को अंजाम तक पहुँचाया।




सबसे बड़ी सफलता रही रावलपिंडी स्थित नूर खान एयरबेस का ध्वस्त होना, जो पाकिस्तान की एयर मोबिलिटी कमांड का मुख्य केंद्र था। इस एयरबेस पर हमला बेहद सटीक और विध्वंसक रहा, जिससे पाकिस्तान की सामरिक उड़ानों और रिफ्यूलिंग क्षमताओं को गहरी चोट पहुँची। यह बेस वही स्थान है जहाँ से पाकिस्तानी सेना के कई संवेदनशील मिशनों का संचालन होता था।

इसके अलावा, सर्गोधा, स्कर्दू, रहीम यार खान, मुरिद, रफीकी, सुक्कुर, चकला, चूनियन सहित कुल 11 एयरबेसों पर किए गए हमलों ने पाकिस्तान की हवाई शक्ति को एक तरह से अपंग कर दिया। इन हमलों के दौरान भारतीय वायुसेना ने उच्च तकनीक युक्त प्रिसिजन गाइडेड मिसाइलों और ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया।
एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने पायलटों को मिशन से पहले संबोधित करते हुए कहा, “अब समय आ गया है निर्णायक वार करने का। यह सिर्फ एक जवाबी कार्रवाई नहीं, बल्कि आने वाले खतरों के खिलाफ एक स्पष्ट संदेश है।” उनकी इस प्रेरक अपील ने वायुसेना की टीम में जबरदस्त उत्साह और संकल्प का संचार किया।
इन हमलों के बाद पाकिस्तान सरकार ने तात्कालिक रूप से युद्धविराम की अपील की, जिसे भारत ने रणनीतिक संतुलन को बनाए रखते हुए स्वीकार किया। इस घटनाक्रम के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदमपुर एयरबेस का दौरा कर भारतीय वायुसेना की सराहना की और कहा, “आप सभी भारत की सुरक्षा के प्रहरी हैं। राष्ट्र को आप पर गर्व है।”
‘ऑपरेशन सिंदूर’ केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की रणनीतिक क्षमता और राजनीतिक इच्छाशक्ति का प्रमाण है। एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह का नाम अब भारतीय सैन्य इतिहास में उन वीर नायकों में शामिल हो गया है, जिन्होंने निर्णायक नेतृत्व से देश की सुरक्षा को एक नई ऊँचाई दी।
