सीमा पर सन्नाटा, दिलों में हलचल: भारत-पाक संघर्ष विराम के बाद उम्मीद और डर का माहौल






भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार देर रात सैन्य कार्रवाई में अस्थायी विराम के बाद पंजाब, राजस्थान और गुजरात के सीमावर्ती जिलों में रविवार को जनजीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौटता दिखा।




शनिवार रात लगाए गए ब्लैकआउट को कई जगहों पर हटाया गया, जबकि कुछ इलाकों में एहतियात के तौर पर अभी भी रात को लाइट बंद रखने की सलाह दी जा रही है।

पंजाब, जिसकी पाकिस्तान के साथ 553 किलोमीटर लंबी सीमा है, गुरुवार और शुक्रवार को भारी ड्रोन और मिसाइल हमलों का गवाह बना। जालंधर, कपूरथला, बठिंडा जैसे शहरों में ब्लैकआउट हटने के बाद लोग बाजार और धार्मिक स्थलों पर लौटे, लेकिन प्रशासन ने अब भी सावधानी बरतने की अपील की है।
अमृतसर और पठानकोट जैसे संवेदनशील जिलों में रविवार तड़के तक उड़ती हुई वस्तुओं और हल्की धमाकों की खबरें मिलीं।
यहां तक कि पटियाला, फरीदकोट और जालंधर जैसे गैर-सीमावर्ती जिलों में भी ड्रोनों की मौजूदगी की सूचना मिली। लोगों से कहा गया है कि वे आतिशबाज़ी न करें, ड्रोन न उड़ाएं और अफवाहें फैलाने से बचें।
गुरदासपुर, फाजिल्का, तरनतारन और फिरोजपुर जैसे सीमावर्ती जिलों में रविवार को मंदिरों की घंटियाँ फिर से बजीं और सड़कों पर चहल-पहल देखी गई।
एक स्थानीय निवासी ने बताया, “एक पल प्रार्थना करते हैं, तो अगले ही पल अंधेरे में छुपने की नौबत आ जाती है। इस शांति का भी भरोसा नहीं होता।”
भले ही बमबारी और हमलों की आवाजें थम गई हों, लेकिन लोगों के मन में डर अब भी बना हुआ है।
सरकार की ओर से शांति बनाए रखने की अपील की गई है, लेकिन लोग अब भी सतर्क हैं। सीमावर्ती क्षेत्रों में रह रहे लोगों को उम्मीद है कि यह विराम स्थायी शांति में बदल जाएगा, लेकिन वे जानते हैं कि हालात कभी भी बदल सकते हैं।
