कहीं खुशी कहीं गमः माध्यमिक परीक्षा, उदिता के आठवें स्थान से खुशी व ऋतम फंदे से लटका मिला, शोक की लहर






कहीं खुशी कहीं गमः माध्यमिक परीक्षा, उदिता के आठवें स्थान से खुशी व ऋतम फंदे से लटका मिला, शोक की लहर




खड़गपुर, पश्चिम बंगाल माध्यमिक परीक्षा में शानदार सफलता हासिल कर मेदिनीपुर जिले के बेलदा क्षेत्र की छात्रा उदिता राय पूरे राज्य का गौरव बन गई हैं। वहीं आशातीत सफलता नहीं मिलने से द्वितीय क्लास में पास हुए घाटाल के आत्महत्या कर लेने की खबर है। खड़गपुर अनुमंडल के प्रभााती बालिका विद्यालय की छात्रा उदिता ने इस वर्ष की माध्यमिक परीक्षा में 686 अंक प्राप्त कर राज्य में आठवां स्थान हासिल किया है।

उदिता ने अनुशासन व दृढ़ संकल्प से सफलता हासिल की है। भविष्य में आईआईटी में पढ़ाई करने का सपना देखने वाली उदिता भविष्य में शोध करना चाहती है।
उदिता की सफलता से उसके शिक्षक, परिवार और स्थानीय निवासी अत्यंत गर्वित हैं। उसके विद्यालय प्रभाती बालिका विद्यालय में भी आज उत्सव का माहौल है। शिक्षा के क्षेत्र में यह उत्कृष्ट उपलब्धि उदिता को राज्य की एक उदित होती हुई प्रतिभा के रूप में स्थापित करती है।
उदिता आज केवल बेलदा ही नहीं, बल्कि पूरे मेदिनीपुर और राज्य के लाखों छात्रों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई है। उसकी सफलता यह साबित करती है कि अगर मन लगाकर और नियमपूर्वक पढ़ाई की जाए, तो कोई भी सपना अधूरा नहीं रहता।
माध्यमिक परिणाम के बाद छात्र का आत्मघाती कदम, शोक की लहर
माध्यमिक परीक्षा का परिणाम घोषित होने के कुछ समय बाद ही जिले के घाटाल में एक दुखद खबर आई गोपीनाथपुर निवासी और श्रीअरविंद विद्यालय के छात्र ऋतम घोष ने आत्महत्या कर ली।

सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार सुबह परिणाम जानने के बाद से ही ऋतम उदास था। वह किसी से ठीक से बात नहीं कर रहा था। कुछ समय बाद उसका शव उसके कमरे में फंदे से लटका पाया गया।
परिवार का कहना है कि ऋतम को 700 में से 347 अंक प्राप्त हुए थे, जो 48.5 फीसदी है। लगभग हालांकि उसने परीक्षा पास कर ली थी, लेकिन वह इससे बेहतर परिणाम की उम्मीद कर रहा था। माना जा रहा है कि इसी निराशा से उसने यह कदम उठाया। घटना से शोक की लहर दौड़ गई।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक गौतम जाना ने घटना को दुखद बताया है।
मनोविज्ञानियों का मानना है कि विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य पर जोर देना चाहिए बच्चों को मानसिक दबाव से दूर रखना समाज की जिम्मेदारी है।
अवसाद के खिलाफ जागरूकता बढ़ाना और सही समय पर मदद इस प्रकार की घटनाओं को रोकने में सहायक हो सकता है।
आकाशीय बिजली की चपेट में आने से किसान की मौत
इधर केशियाड़ी थाना के धृतग्राम में गुरुवार की दोपहर खेत में काम करते समय आकाशीय बिजली की चपेट में आने से रोथू महतो नामक 55 वर्षीय अधेड़ की मौत हो गई पता चला है कि रोथू के सामने ही बिजली गिरी पर गर्जन व चमक इतनी तेज थी कि रोथू अचेत हो गया उसे अस्पताल ले जाने पर डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
পশ্চিমবঙ্গ মাধ্যমিক পরীক্ষার ২০২৫ সালের ফলাফল প্রকাশিত হয়েছে এবং গর্বের সঙ্গে বলা যায়—পশ্চিম মেদিনীপুর জেলা থেকে তিনজন কৃতী ছাত্রছাত্রী রাজ্য মেধা তালিকায় স্থান করে নিয়েছেন।
এই তালিকার মধ্যে রয়েছেন:
উদিতা রায়, ছাত্রী, প্রভাতী বালিকা বিদ্যাপীঠ, বেলদা
অরিত্র সাঁতরা, ছাত্র, মনসুখা লক্ষ্মীনারায়ণ হাইস্কুল, ঘাটাল
অঙ্কুশ জানা, ছাত্র, বেলদা গঙ্গাধর অ্যাকাডেমি
উদিতা রায়, নবোদয়পল্লী, বেলদা-র বাসিন্দা, ৬৮৮ নম্বর পেয়ে রাজ্যজুড়ে অষ্টম স্থান অর্জন করেছে। উদিতার সাফল্যের পেছনে রয়েছে তার পরিবার, শিক্ষক এবং আত্মনিবেদন। তার বাবা একজন পদার্থবিদ্যার শিক্ষক এবং মা স্বাস্থ্যকর্মী। ভবিষ্যতে আইআইটি-তে পড়ে গবেষণার মাধ্যমে সমাজের জন্য কিছু করতে চায় সে।
একই নম্বর পেয়ে অষ্টম স্থান অর্জন করেছে অরিত্র সাঁতরাও, যিনি পড়াশোনার পাশাপাশি গবেষণার প্রতি আগ্রহী। অরিত্র জানিয়েছে, পড়াশোনার জন্য কখনও বিশেষ কোচিং করেনি, বরং স্কুল, পরিবার ও গৃহশিক্ষকের সহযোগিতায় এই ফল অর্জন করেছে।
অন্যদিকে অঙ্কুশ জানা, ৬৮৭ নম্বর পেয়ে নবম স্থান অর্জন করেছে। তার লক্ষ্য ভবিষ্যতে ইঞ্জিনিয়ার হওয়া এবং দেশের জন্য কাজ করা। অঙ্কুশের অধ্যবসায় ও একাগ্রতা সকল ছাত্রছাত্রীর জন্য একটি উজ্জ্বল দৃষ্টান্ত।
পশ্চিম মেদিনীপুর জেলা শিক্ষা মহল এবং অভিভাবকদের মধ্যে এই তিনজন ছাত্রছাত্রীর কৃতিত্ব গর্বের পরিবেশ সৃষ্টি করেছে। তারা প্রমাণ করেছে—শৃঙ্খলা, মনোযোগ ও অধ্যবসায় থাকলে, কোনও স্বপ্নই দূর নয়।
