पंचांग – 21 जून 2025 (शनिवार),राशिफल






विक्रम संवत: 2082 (कालयुक्त)




शक संवत: 1947 (विश्वावसु)

तिथि:
कृष्ण पक्ष दशमी आज सुबह 7:19 बजे तक
त्योँपर एकादशी छाया तिथि सुबह 7:19 बजे से शुरू होकर अगले दिन सुबह 4:27 बजे तक रहेगी
नक्षत्र: अश्विनी आज रात 7:50 बजे तक रहेगा, उसके बाद भरणी नक्षत्र प्रारंभ होगा
योग:
अतिगण्ड योग आज रात 8:29 बजे तक
इसके बाद सुकर्मा योग रहेगा
चरण (करण): विष्टि–बव–बालव एवं कौलव क्रम सेरहेंगे
वार: शनिवार
आयन: सूर्य दक्षिणायन में है, वर्षा ऋतु प्रारंभ
राहुकाल (अशुभ काल): सुबह 9:07 से 10:48 बजे तक
अन्य अशुभ कलाएँ:
यमगण्ड: 2:09–3:49 PM
कुलिक: 5:46–7:26 AM
दुर्मुहूर्त: 7:33–8:27 AM
शुभ मुहूर्त / काल:
अभिजीत: 12:01–12:55 PM
अमृत काल: 1:43–3:11 PM
ब्रह्म मुहूर्त: 4:10–4:58 AM
🕉️ योगिनी एकादशी
आज योगिनी एकादशी व्रत का दिन है, जिसे सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ मनाया गया है। इस व्रत की महिमा पुराणों में वर्णित है—जिससे ब्राह्मण भोजन आदि देने का फल मिलता है। विशेष पूजा विधि, तुलसी अर्पण, चारित्रिक अनुशासन और पारन का समय ध्यान रखना चाहिए ।
🌟 राशिफल – विशेष योगों का प्रभाव
संक्षिप्त समग्र स्थिति
चंद्रमा मेष राशि तथा चार युति‑गोचर जैसे चंद्र–शुक्र और चंद्र–शनि के चलते आज कई राशियों पर शुभ फलदायक योग बन रहे हैं ।
वृषभ, कर्क, कन्या:
अनफा योग के कारण आर्थिक लाभ, सम्मान वृद्धि, करियर और तकनीकी विषयों में प्रगति संभव। कर्कों को राहत, कन्याओं को प्रतिष्ठा मिलेगी ।
मेष: आज शुभ संकेत—नए समाचार, रुके कार्यों की पूर्ति होगी ।
सिंह: जोखिम लेकर लाभ प्राप्ति; सामाजिक–पारिवारिक जीवन में सुधार के संकेत हैं ।
तुला, वृश्चिक: कार्यस्थल और परिवार से सहयोग मिलेगा। वृश्चिकों के वैवाहिक जीवन में मिलन‑प्रसन्नता होगी ।
मकर, कुंभ:
मकर: मानसिक तनाव व खर्च की संभावना (संशोधित ऊर्जा के साथ सावधानी) ।
कुंभ: संपत्ति विवादों में विजय, नेटवर्किंग में मदद मिलेगी ।
मीन: धीरे-धीरे कार्य प्रगति, परिवार में संतुलन, सामाजिक सम्मान मिलेगा लेकिन थकावट से बचें ।
मिथुन, धनु, मकर, कुम्भ: मिलेजुले फल, खर्चे व स्वास्थ्य‑चिंता; सावधानी रखकर चलें ।
📌 संक्षिप्त सुझाव:
1. प्रातः ब्रह्म मुहूर्त (4:10‑4:58 AM) में ध्यान या व्रत की शुरुआत करें।
2. राहुकाल (9:07‑10:48 AM) विनियोग एवं किसी भी शुभ कार्य से बचें।
3. अभिजीत मुहूर्त (12:01‑12:55 PM) व अमृत काल (1:43‑3:11 PM) में पूजा‑दान का विशेष महत्व है।
4. योगिनी एकादशी व्रत के अवसर पर तुलसी अर्पण, दान‑पुण्य, व्रत कथा एवं पारन का समय निश्चित करें।
5. राशि अनुसार:
लाभकारी योग वाले जातकों के लिए आज शुभ अवसरों का लाभ उठाना चाहिए।
तनावग्रस्त राशियों को संयम, धन नियोजन व स्वास्थ्य पर ध्यान रखना हितकर रहेगा।
