“ऐसा लगा जैसे बम फटा हो…” – प्लेन क्रैश ने हॉस्टल कैंटीन में मचाया अफरा-तफरी






12 जून 2025:




गुरुवार को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया के विमान दुर्घटना ने न सिर्फ आस-पास के इलाके को दहला दिया बल्कि BJ मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की कैंटीन में भी भगदड़ मचा दी। कैंटीन में काम करने वाली महिला और वहां मौजूद स्टाफ ने बताया कि हादसे के समय उन्हें लगा जैसे कोई बम फट गया हो।

घटना दोपहर के समय की है जब एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान था, तकनीकी गड़बड़ी के चलते कॉलेज परिसर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। विमान के टुकड़े हॉस्टल कैंटीन के पास गिर पड़े और तेज आवाज के साथ पूरे कैंपस में धुआं फैल गया।
प्रत्यक्षदर्शी का बयान:
कैंटीन में रोटी बना रही महिला ने कहा,
> “ऐसा लगा जैसे बम फटा हो। मैं और मेरी साथी रोटियां बना रही थीं। तभी अचानक एक तेज धमाका हुआ, और चारों ओर धुआं फैल गया। सारे बर्तन ज़मीन पर गिर गए, हम डर के मारे नीचे भागे।”
वहीं दूसरी महिला कर्मचारी ने बताया,
> “हम कुछ समझ ही नहीं पाए। 15-20 मिनट बाद रेस्क्यू टीम आई और हमें बाहर निकाला। अंदर बहुत धुआं था, कुछ दिखाई नहीं दे रहा था।”
छात्रों का अनुभव:
हॉस्टल में रह रहे डॉक्टर अभिलाष प्रकाश ने बताया कि वे लंच करने जा रहे थे तभी एक तेज आवाज आई।
> “ऐसा लगा जैसे आसमान से कुछ गिरा हो। जब देखा तो विमान का मलबा फैला हुआ था और कैंपस में धुआं ही धुआं था। हम सब नीचे की ओर भागे।”
दुर्घटना का असर और राहत कार्य:
विमान में कुल 242 लोग सवार थे। हादसे में अब तक कई लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है, हालांकि मृतकों की संख्या को लेकर अधिकारिक बयान अभी नहीं आया है। एक महिला यात्री चमत्कारी रूप से बच निकली हैं। बच्चों और महिलाओं को प्राथमिक उपचार के लिए अहमदाबाद सिविल अस्पताल भेजा गया है।
NDRF और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य में जुट गई है। आग, धुआं और गर्म मलबे की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रशासन का बयान:
स्थानीय प्रशासन ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है, जिससे दुर्घटना के कारणों का जल्द ही पता चल सकेगा।
निष्कर्ष:
यह दुर्घटना न सिर्फ तकनीकी विफलता की ओर इशारा करती है बल्कि शहर की आपात व्यवस्था की चुनौती को भी उजागर करती है। प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों से स्पष्ट है कि यह एक भयानक अनुभव था, जिसे कैंटीन में मौजूद हर शख्स शायद जीवन भर नहीं भूल पाएगा। प्रशासन द्वारा राहत कार्य जारी है और उम्मीद है कि जल्द ही सभी घायलों को आवश्यक सहायता मिल सकेगी।
