पूर्व मिदनापुर में महिलाओं की मदद से बची दुर्गापूजा






पूर्व मिदनापुर ज़िले के पाँशकुरा क्षेत्र में इस बार दुर्गापूजा आयोजित करने को लेकर अनिश्चितता का माहौल था। लगातार बढ़ती महंगाई और आर्थिक तंगी की वजह से आयोजकों के सामने बजट का बड़ा संकट खड़ा हो गया था। लगभग पाँच लाख रुपये की लागत वाली इस पूजा को बीच रास्ते में रोकना पड़ सकता था।




लेकिन स्थानीय महिलाओं ने इस मुश्किल समय में असाधारण सहयोग दिया। राज्य सरकार की लक्ष्मी भंडार योजना की लाभार्थी करीब 150 महिलाएँ आगे आईं और अपनी बचत से पूजा समिति को आर्थिक सहायता प्रदान की। उनके इस कदम से यशोड़ा ब्राइट स्टार क्लब द्वारा आयोजित दुर्गापूजा समय पर शुरू हो पाई।

क्लब की स्थापना वर्ष 1987 में हुई थी। पहले यहाँ केवल सरस्वती पूजा होती थी, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से धूमधाम से दुर्गापूजा भी मनाई जा रही है। यह आयोजन अब पूरे इलाके के लिए सांस्कृतिक पहचान बन चुका है। पूजा के साथ-साथ समिति सामाजिक कार्यों को भी महत्व देती है। हर साल वस्त्र वितरण, हेलमेट बाँटने और मच्छर से बचाव की सामग्री उपलब्ध कराने जैसे कार्य भी किए जाते हैं।
पूजा समिति के सचिव विकास माजी ने कहा कि बढ़ती लागत के बीच आयोजन करना कठिन हो गया था। ऐसे समय में महिलाओं का सहयोग बेहद मूल्यवान साबित हुआ। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लक्ष्मी भंडार योजना शुरू करने के लिए धन्यवाद दिया, क्योंकि इसी योजना से जुड़ी महिलाओं की मदद ने पूजा को बचाया।
यह उदाहरण दिखाता है कि सामुदायिक एकजुटता और सरकारी योजनाओं का सही उपयोग मिलकर कैसे किसी परंपरा और संस्कृति को जीवित रख सकता है।
